जयपुर

दुनियाभर में शाकाहार के प्रति बढ़ रहा रुझान, अमरीकी ले रहे सबसे ज्यादा दिलचस्पी

खान-पान: तीन साल में भारत और चीन में घट गया चलन

जयपुरOct 30, 2022 / 10:48 pm

Aryan Sharma

दुनियाभर में शाकाहार के प्रति बढ़ रहा रुझान, अमरीकी ले रहे सबसे ज्यादा दिलचस्पी

हैम्बर्ग. दुनियाभर में शाकाहार के प्रति रुझान बढ़ रहा है। पिछले तीन साल में कई देशों की आबादी के एक अहम हिस्से ने इसे अपनाया है। स्टेटिस्टा की ओर से किए गए वैश्विक उपभोक्ता सर्वे के अनुसार अमरीका में शाकाहार पसंद करने वालों की संख्या में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। यूरोपीय देशों में भी यह चलन बढ़ रहा है। वहीं, भारत और चीन में गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, भले ही जीव रक्षा, प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित रखने जैसी वजहों से यह चलन बढ़ा है, लेकिन इससे स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।

भारत में सर्वाधिक शाकाहारी लोग
वर्ष 2019 की तुलना में भारत में अनाज, फल और सब्जियां आदि खाने वालों की संख्या घटी है, लेकिन यह भी एक तथ्य है कि विश्व में सबसे ज्यादा शाकाहारी भारत में ही हैं। देश की एक-चौथाई से अधिक आबादी शाकाहारी है।

पर्यावरण बचाने के लिए बदला आहार
अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका में तीन साल के दौरान शाकाहार अधिक परोसे जाने लगा है। अमरीका की दो प्रतिशत आबादी वीगन डाइट (पेड़-पौधों से प्राप्त) फॉलो करती है। सेहतमंद रहने और वजन घटाने के उद्देश्य से यहां लोग शाकाहार में दिलचस्पी लेने लगे हैं। इसी तरह ब्रिटेन में 88 लाख लोग वर्ष के अंत तक शाकाहार अपनाने का विचार कर रहे हैं। इनमें युवाओं की संख्या अधिक है। जर्मनी में लोग पर्यावरण के प्रति सजग हैं, इसलिए कई साल से यहां शाकाहार को प्राथमिकता दी जा रही है।

मशहूर हस्तियां बता रहीं फायदे
अपने बारबेक्यू के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध दक्षिण कोरिया में भी यह चलन बढ़ा है। यहां कई मशहूर हस्तियां वेजिटेरियन या वीगन लाइफस्टाइल फॉलो करती हैं, जो समय-समय पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इनके फायदे बताती रहती हैं। इसलिए दक्षिण कोरिया में स्थानीय लोगों के साथ-साथ कंपनियां और सरकार भी इस ओर विशेष ध्यान देने लगे हैं। वहीं जिन देशों में शाकाहार में कमी आई है, उनमें मैक्सिको, ब्राजील और स्पेन शामिल हैं।

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