जरूरी सामानों की कटौती कर खरीद रहे हैं सिलेंडर
घरेलू महिलाओं का बजट बिगड़ गया है।अब किचन के साथ ही घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। घर के जरूरी सामानों में कटौती करके गैस सिलेंडर की खरीदना पड़ रहा है। पहले कोविड की मार और अब उस पर गैस सिलेंडर, किसी भी चीज का दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। सरकार को दाम करने चाहिए लेकिन यहां उलटा हो रहा है। घरेलू काम की सभी चीजों आटा, दाल, सब्जी के साथ गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
रेखा शर्मा, गृहिणी, प्रतापनगर
घर का बजट बिगड़ा
पेट्रोल.डीजल की कीमत तो पहले से ही लगातार बढ़ी हुई थी और अब रसोई गैस ने हमारा सारा बजट ही बिगाड़ दिया है। पिछले साल के लॉकडाउन शुरू होने के बाद तो अभी तक रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं मिली है। रोजमर्रा की वस्तुओं के महंगी होने पर बोझ बढ़ गया है। आए दिन रसोई गैस सिलेण्डर की दाम बढऩे से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है। हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घरेलू गैस के दामों में नियंत्रण पर सरकार पूरी तरह नाकाम है। कोरोना संक्रमण काल में बचत तो खत्म हो गई। अब व्यवस्था बनाना मुश्किल हो रहा है। रसोई गैस के दामों पर अंकुश लगाना चाहिए।
रूबी, गृहिणी, मानसरोवर
कर रहे हैं खर्च में कटौती
रसोई गैस सिलेण्डरों की दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रसोई खर्च तक महंगा होते जा रहा है। रसोई गैस के दामों में कई बार बढ़ोतरी हो चुकी है। जब से कोरोना शुरू हुआ है, हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को कुछ राहत देनी चाहिए। महंगाई के साथ लगातार बढ़ती गैस की कीमतों ने घर का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। दूसरी ओर सरकार ने इस पर मिलने वाली सब्सिडी भी बंद कर दी है। अब अन्य घर खर्च के साथ रसोई के खर्चों में कटौती करने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है।
जयश्री पंडित, होम मेकर
आमजन का जीना हुआ मुहाल
बढ़ती महंगाई के कारण निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। गैस सिलेंडर के दाम में लगातार वृद्धि हो गई है। वहीं महिलाओं की रसोई गैस का बजट बिगड़ गया है। गैस सिलेण्डर पर सब्सिडी आना भी बंद हो गई। बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है। घर के खर्च को पूरा करने में आर्थिक परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
हिना भटनागर, वर्किंग वुमन, मानसरोवर
घरेलू महिलाओं का बजट बिगड़ गया है।अब किचन के साथ ही घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। घर के जरूरी सामानों में कटौती करके गैस सिलेंडर की खरीदना पड़ रहा है। पहले कोविड की मार और अब उस पर गैस सिलेंडर, किसी भी चीज का दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। सरकार को दाम करने चाहिए लेकिन यहां उलटा हो रहा है। घरेलू काम की सभी चीजों आटा, दाल, सब्जी के साथ गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
रेखा शर्मा, गृहिणी, प्रतापनगर
घर का बजट बिगड़ा
पेट्रोल.डीजल की कीमत तो पहले से ही लगातार बढ़ी हुई थी और अब रसोई गैस ने हमारा सारा बजट ही बिगाड़ दिया है। पिछले साल के लॉकडाउन शुरू होने के बाद तो अभी तक रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं मिली है। रोजमर्रा की वस्तुओं के महंगी होने पर बोझ बढ़ गया है। आए दिन रसोई गैस सिलेण्डर की दाम बढऩे से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है। हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घरेलू गैस के दामों में नियंत्रण पर सरकार पूरी तरह नाकाम है। कोरोना संक्रमण काल में बचत तो खत्म हो गई। अब व्यवस्था बनाना मुश्किल हो रहा है। रसोई गैस के दामों पर अंकुश लगाना चाहिए।
रूबी, गृहिणी, मानसरोवर
कर रहे हैं खर्च में कटौती
रसोई गैस सिलेण्डरों की दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रसोई खर्च तक महंगा होते जा रहा है। रसोई गैस के दामों में कई बार बढ़ोतरी हो चुकी है। जब से कोरोना शुरू हुआ है, हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को कुछ राहत देनी चाहिए। महंगाई के साथ लगातार बढ़ती गैस की कीमतों ने घर का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। दूसरी ओर सरकार ने इस पर मिलने वाली सब्सिडी भी बंद कर दी है। अब अन्य घर खर्च के साथ रसोई के खर्चों में कटौती करने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है।
जयश्री पंडित, होम मेकर
आमजन का जीना हुआ मुहाल
बढ़ती महंगाई के कारण निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। गैस सिलेंडर के दाम में लगातार वृद्धि हो गई है। वहीं महिलाओं की रसोई गैस का बजट बिगड़ गया है। गैस सिलेण्डर पर सब्सिडी आना भी बंद हो गई। बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है। घर के खर्च को पूरा करने में आर्थिक परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
हिना भटनागर, वर्किंग वुमन, मानसरोवर