चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी-कार्मिक मानवीय एवं संवेदनशील एप्रोच के साथ काम करते हुए स्वस्थ एवं समृद्ध राजस्थान का संकल्प साकार करते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा। खींवसर ने कहा कि चिकित्सकों को मरीजों को परिवार का सदस्य मानते हुए उपचार करना चाहिए। इस दौरान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। गजेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भज लाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार प्रधानमंत्री मोदी के संकल्पों को मूर्त रूप देने की दिशा में प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत योजना, पीएम आयुष्मान भारत हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन, आयुष्मान भवः अभियान जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। प्रदेश के नागरिकों को भी इन योजनाओं का समुचित लाभ मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सक रोगियों को परिवार का सदस्य मानते हुए उपचार करें। रोगियों एवं परिजनों के साथ सौम्य एवं शालीन व्यवहार रहे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य गांव-ढाणी तक बेहतरीन सेवाएं उपलब्ध कराना है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों एवं महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण उपचार मिले। उन्होंने कहा कि मानव सेवा का इससे बड़ा कोई और माध्यम नहीं है।