जयपुर। बिल्डिंग बायलॉज के विपरीत निर्माण मामलों में अफसर कठघरे में आते रहे हैं। यह सिलसिला अब भी नहीं रुक रहा। ऐसा ही मामला स्वायत्त शासन विभाग में नियुक्त रहे सहायक नगर नियोजक का सामने आया है। सहायक नगर नियोजक राजपाल चौधरी ने चुरू जिले में सील किए गए भवन से जुड़ी पत्रावली, दस्तावेज मंगवा लिए। न तो इसकी जानकारी राज्य सरकार को दी और न ही विभागाध्यक्ष को। बिना स्वीकृति लिए और उच्चाधिकारियों की जानकारी के बिना ही इस तरह की गतिविधि ने कार्यशैली कठघरे में आ गई। मामला स्वायत्त शासन मंत्री तक पहुंचा और उन्होंने तत्काल विभाग को एक्शन लेने के निर्देश दे दिए। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक दीपक नंदी ने चौधरी को निलंबित कर लिया। निलंबन काल में उनका मुख्यालय नगर परिषद बांसवाड़ा कर दिया गया। नंदी ने बताया कि ऐसे कृत्य पर सख्त कार्यवाही होगी। जांच के बाद स्थिति और साफ होगी कि आखिर किस कारण से सील भवन की पत्रावली तलब की गई। यह भवन अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका छापर ने 22 जुलाई को सील किया था।