विनीता आट्र्स की विनीता ने बताया कि देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों तक की आहुति देने वाली वीरांगनाओं को सच्ची श्रद्धांजलि देने का पेंटिंग एक बेहतरीन माध्यम है, जहां एक छत के नीचे 70 कलाकार कैनवास पर पन्नाधाय, पद्मिनी देवी, हाड़ी रानी(सहल कंवर), मीरा बाई, कमलावती (कर्णावती राजस्थान का दूसरा जौहर), कृष्णाकुमारी (मेवाड की राजकुमारी), सुजा कंवर राजपुरोहित (राजस्थान की लक्ष्मीबाई),राजकुमारी रत्नावती (जैसलमेर), वीर बाला चम्पा जैसी अमर वीरांगनाओं की पेंटिंग बनाएंगे।
आर्टिस्ट वीरांगनाओं की पेंटिंग में रंग भरकर उनकी अमर कथाओं को जीवंत करने की कोशिश करेंगे। विनिता ने बताया कि हमारा मानना है कि यह आयोजन तभी सफल होगा जब हमारी युवा पीढ़ी इन वीरांगनाओंं को अपने जीवन का आदर्श माने और इस बात को बखूबी समझें कि वीरांगनाओं की तरह आज की महिलाएं भी अपने देश, धर्म और अपनी आबरू की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर सकती हैं।