यह भी पढ़ें– गुलाबी सर्दी में बौछारों का जादू: बौछारों से बढ़ेगी गुलाबी सर्दी… जानें किन जिलों में बारिश का अलर्ट… जानकारी के अनुसार रामगढ़ बांध और ईसरदा बांध की दूरी, नहर रूट के आधार पर करीब 120 किलोमीटर सामने आई है। इसमें 35 किलोमीटर दूरी में नहर और बाकी 85 किलोमीटर में पाइपलाइन बिछाई जाएगी। जल संसाधन विभाग की ओर से केन्द्रीय जल आयोग की भेजी गई रिपोर्ट में यह स्थिति बताई गई है। सब कुछ प्लानिंग से काम हुआ और बांध में पानी आया तो करीब 3.50 लाख लोगों को पानी पिलाने का इंतजाम हो जाएगा। प्रोजेक्ट लागत करीब 3100 करोड़ रुपए आंकी गई है।
यह भी पढ़ें– मैदानी इलाकों में गुलाबी सर्दी की रंगत… जानें प्रदेश में रात में कैसा रहा मौसम का मिजाज… यह रहेगा अलाइनमेंटः
ईसरदा बांध से पीपलू तहसील में सूरतपुरा, निवाई में सूरतरामपुरा, ईसरदा बांध से पीपलू तहसील कानोता, लाली, चौमूखा गांव होते हुए पाइप लाइन आगे बढ़ेगी।तिगरिया, चंदेलखुर्द, बिशनपुरा, में लाइन गुजरेगी। इसके लिए जमीन अवाप्ति की कार्य योजना तैयार की जा रही है।
ईसरदा बांध से पीपलू तहसील में सूरतपुरा, निवाई में सूरतरामपुरा, ईसरदा बांध से पीपलू तहसील कानोता, लाली, चौमूखा गांव होते हुए पाइप लाइन आगे बढ़ेगी।तिगरिया, चंदेलखुर्द, बिशनपुरा, में लाइन गुजरेगी। इसके लिए जमीन अवाप्ति की कार्य योजना तैयार की जा रही है।
यह भी पढ़ें– अब चार नहीं दो महीने पहले कर सकेंगे रेलवे टिकट बुक… जानिए रेल यात्रियों को क्या होगा फायदा… योजना पूर्ण होने में लगेंगे चार सालः
ईआरसीपी के तहत चंबल का पानी बीसलपुर व ईसरदा बांध में लाने के लिए नवनेर। गलवा-बीसलपुर ईसरदा लिंक परियोजना है। पहले ईसरदा बांध में पानी आएगा और वहां से रामगढ़ बांध तक पहुंचेगा। इसमें करीब चार साल लगेंगे। बांध में पानी की आवक होने पर जयपुर जिले की छह तहसील के एक हजार से ज्यादा गांवों में पेयजल संकट दूर होगा वहीं सिंचाई के लिए भी पानी मिल सकेगा ।
ईआरसीपी के तहत चंबल का पानी बीसलपुर व ईसरदा बांध में लाने के लिए नवनेर। गलवा-बीसलपुर ईसरदा लिंक परियोजना है। पहले ईसरदा बांध में पानी आएगा और वहां से रामगढ़ बांध तक पहुंचेगा। इसमें करीब चार साल लगेंगे। बांध में पानी की आवक होने पर जयपुर जिले की छह तहसील के एक हजार से ज्यादा गांवों में पेयजल संकट दूर होगा वहीं सिंचाई के लिए भी पानी मिल सकेगा ।
यह भी पढ़ें– पानी का बिल बकाया हो तो तुरंत भर दें वर्ना कट जाएगा पानी का कनेक्शन… जलदाय विभाग ने बकायादारों पर कसा शिकंजा… रामगढ़ बांध एक नजर
2,648 एमसीएफटी पानी है भराव क्षमता
बांध क्षेत्र का लंबाई क्षेत्र है 1,860 मीटर
बांध की 23.16 मीटर है गहराई
12,125 हेक्टेयर क्षेत्रफल 1902 में हुआ था निर्माण
बांध से 1933 में शुरू हुई थी पेयजल आपूर्ति
पेयजल सप्लाई 2005 में अंतिम बार लिया पानी
2,648 एमसीएफटी पानी है भराव क्षमता
बांध क्षेत्र का लंबाई क्षेत्र है 1,860 मीटर
बांध की 23.16 मीटर है गहराई
12,125 हेक्टेयर क्षेत्रफल 1902 में हुआ था निर्माण
बांध से 1933 में शुरू हुई थी पेयजल आपूर्ति
पेयजल सप्लाई 2005 में अंतिम बार लिया पानी