2.74 करोड़ का होना था रिनोवेशन.. बता दें कि कलेक्ट्रेट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष,मीटिंग हॉल,एकल खिड़की,स्वागत कक्ष, अधिकारियों व कर्मचारियों के कक्ष व पार्किंग स्टैंड का रिनोवेशन कराया जाना था। इस रिनोवेशन कार्य की जिम्मेदारी कलेक्ट्रेट ने जयपुर विकास प्राधिकरण को दी गई थी। इसके लिए कलेक्ट्रेट की ओर से करीब 2 करोड़ 74 लाख रुपए की राशि जेडीए को हस्तांतरित की गई। जेडीए ने 20 फरवरी 2023 को पार्किंग स्टैण्ड के रिनोवेशन वर्क का वर्क ऑर्डर जारी किया। इसके बाद 4 अप्रेल 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष, मीटिंग हॉल, एकल खिड़की, स्वागत कक्ष, अधिकारी व कर्मचारियों के कक्षों के रिनोवेशन वर्क का वर्क ऑर्डर जारी किया। ये वर्क ऑर्डर एक फर्म को जारी किए गए थे।
फर्म ने कर दी गड़बड़, थर्ड पार्टी करेगी जांच… वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद फर्म की ओर से काम शुरू किया गया। लेकिन फर्म की ओर से कराए जा रहे कार्य गुणवत्तापूर्ण और अपेक्षित गति के अनुरूप व संतोष प्रद नहीं रहे। इसके चलते काम को बीच में रोकने के लिए कलेक्टर की ओर से जेडीए को पत्र लिखा गया। फर्म की ओर से कलेक्ट्रेट में करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए के काम किए गए। जेडीए ने इन कार्यों की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी को सौंपी है।