यह भी पढ़ें
प्रतियोगी परीक्षा में सात लाख कैंडिडेट्स एब्सेंट, आखिर क्यों?
इसी कड़ी में उन्होंने मंगलवार को छठा संकल्प लिया कि राइजिंग राजस्थान समिट में प्रदेश के दिव्यांग बच्चों की कला और उनकी कुशलता को उचित सम्मान मिलेगा और उनके हुनर का प्रदर्शन इस समिट का प्रमुख आकर्षण बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को निखरने का पर्याप्त अवसर मिले तो वे भी अपने जीवन में कौशल और योग्यता से श्रेष्ठ मुकाम हासिल कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणा पुंज बन सकते हैं।
शर्मा ने कहा कि पेरिस में आयोजित पैरा ओलंपिक खेलों में राजस्थान की अवनी लेखरा, मोना अग्रवाल तथा सुंदर गुर्जर जैसे युवाओं ने पदक जीतकर राज्य और देश का गौरव बढ़ाया है।
यह भी पढ़ें