राजसमंद/नाथद्वारा. लूटेंगे अन्न, ठाकुरजी का होगा विशेष शृंगार
द्वारकाधीश मन्दिर में लगेगा 15 क्विंटल चावल का भोग
वैष्णव मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव की भव्य तैयारी
जयपुर•Nov 08, 2015 / 01:59 pm•
राजसमंद/नाथद्वारा. वैष्णव मंदिरों में दीपावली व 12 नवम्बर को होने वाले अन्नकूट महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीनाथजी मंदिर में सबसे बड़ा आयोजन होगा, वहीं कांकरोली के द्वारिकाधीशजी मंदिर में भी अन्नकूट लूटा जाएगा। दीपावली पर ठाकुरजी को विशेष शृंगार धराया जाएगा। पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ प्रभु श्रीनाथजी की नगरी में मंदिर मंडल के साथ घर में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। चितराम की सेवा पूर्ण होने को है। घरों में रंगाई-पुताई के साथ रंगोली आदि सजाने, दुकानों को नया रूप देने को लेकर कई बाजारों में रात्रि तक सफाई कार्य जारी है। शनिवार को तिलकायत राकेश महाराज व उनके पुत्र विशाल बावा ने चितराम सेवा के साथ गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट उत्सव की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गोवर्धन पूजा चौक, कमल चौक, निधि स्वरूप लाड़ले लालन मंदिर के बाहर आदि स्थानों पर चितेरे परिवारों द्वारा की जा रही चितराम सेवा का अवलोकन किया। अधिकांश स्थानों पर आरास एवं रंग-रोगन कार्य पूरे चरम पर है। अन्नकूट के दिन प्रभु को आरोगाए जाने वाले प्रसाद की तैयारियां जोरों पर हैं। इस सेवा में प्रसाद बनाया जा रहा है। यहां गोपूजन के साथ गोवर्धन पूजा, अन्नकूट आदि दर्शन एवं लूट के विशेष दर्शन होते हैं। डोल तिबारी एवं रतन चौक में अन्नकूट का प्रसाद सजाया जाएगा, जिसके विशेष दर्शन होंगे। रात्रि 12 बजे दूर-दूर से आते आदिवासी भील परिवार के लोग अन्नकूट का प्रसाद लूटने रतनचौक में प्रवेश करेंगे। यहां गले में विशेष रूप से झोली टांगकर इसमें प्रसाद भर ले जाएंगे। इधर, मुख्य प्रवेश द्वार, मोतीमहल, तिलकायत निवास आदि स्थानों पर विशेष विद्युत सजावट की जाएगी। होगी कान्ह जगाई : दीपावली के दिन कान्ह जगाई की रस्म के तहत नाथूवास स्थित मंदिर की मुख्य गोशाला से गोमाता को यहां लाकर श्रीवल्लभ विलास कॉटेज के पार्किंग स्थल पर रखा जाएगा। यहां सभी गोमाता को मोतीमहल नीचे से चौपाटी, मंदिर मार्ग होकर मुख्य प्रवेश द्वार व गोवर्धन पूजा चौक में ले जाएंगे। वहां नंदवंश की गोमाता के कान में तिलकायत राकेश महाराज अगले दिन यानि गुरुवार को होने वाली गोवर्धन पूजा के लिए निमंत्रित करेंगे। इस पंरपंरा को कान्ह जगाई कहा जाता है। दूसरे दिन सभी गोमाता के साथ नंदवंश की गोमाता भी मंदिर में उसी प्रकार लाई जाएगी। प्रभु श्रीनाथजी के निधि स्वरूप लाड़ले लालन को सूरजपोल के यहां नवधा भक्ति से बनी सीढिय़ों के पास विशेष पाट पर बिराजित कर तिलकायत द्वारा गोवर्धन पूजा का निवर्हन किया जाएगा। सोने के बंगले में विराजेंंगे द्वारिकाधीश : द्वारकाधीश मन्दिर में अन्नकूट उत्सव में 15 क्विण्टल चावल के ढेर को भील परिवार लूटेंगे। मंदिर अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल ने बताया कि दीपावली पर सुबह द्वारकाधीश प्रभु को सोने के बंगले में बिराजित कर गोस्वामी ब्रजेश कुमार सेवा करेंगे। शाम को भोग-आरती के दर्शनों में प्रभु को अष्ट पहलू के गंगा-जमनी बंगले में बिराजित किया जाएगा। दूसरे दिन सुबह 11 बजे गोवर्धन पूजा होगी। रात 10 बजे दर्शन बन्द होने के बाद रतन चौक से केवल चावल एवं एक गुंजे के अलावा सारी सामग्री हटाने के बाद सर्वप्रथम ब्रजवासी गुंजा लूटेंगे। फिर चावल की लूट होगी।