पुलिस ने बताया कि आरोपी मुर्शीद बिहार राज्य से गरीब तबकों के बच्चों को उनके माता पिता के पास से पढ़ाई करवाने और घुमाने के बहाने लेकर आता था। यहां लाकर उन बच्चों को किसी भी चूड़ी कारखाने पर रुपए लेकर चूड़ी बनाने का बालश्रम करवाता ता। चूड़ी कारखाने में बच्चों से 12 से 14 घंटे तक लगातार काम करवाया जाता था। इतना काम करवाने के बाद भी उन्हें भरपेट भोजन नहीं दिया जा रहा था। पुलिस ने बच्चों को छुड़वाने के बाद बाल सरंक्षण गृह में दाखिल करवाया हैं।