पिछले दिनों सरकार ने कई बड़ी योजनाओं की सौगात दी थी जिसके अंतर्गत राजस्थान में 9 एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। जिनमें से एक थार एक्सप्रेस-वे बनाया जाना है। घोषणा के मुताबिक, जयपुर-फलौदी थार एक्सप्रेस-वे 345 किमी लंबा होगा। इस परियोजना पर 11112 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जिसके लिए 2994 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि 66% थार एक्सप्रेस-वे नागौर-डीडवाना जिलों से होकर गुजरेगा। थार एक्सप्रेस-वे नागौर, डीडवाना, कुचामन जिलों में करीब 230 किमी बनाया जाएगा।
इसके लिए नागौर में निर्माण, भूमि अवाप्ति और अन्य क्षेत्रों पर लगभग 7500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वाहन नागौर से जयपुर एक्सप्रेस-वे पर 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ढाई घंटे में पहुंच जाएंगे। यह एक्सप्रेस-वे जयपुर उतरी रिंग रोड से कालवाड, जोबनेर, नावां, कुचामन और डीडवाना सीमा से होते हुए नागौर तहसील के खेतों की जमीन से सीधा निकलेगा। इसमें घुमाव बिल्कुल ही कम दिया जाएगा, इसलिए इस एक्सप्रेस-वे को शहर से दूर बनाया जाएगा। इस पर प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए जाएंगे।
इस क्षेत्र को मिलेगा बड़ा फायदा
एक्सप्रेस-वे नागौर क्षेत्र से निकलने के कारण यहां पर उद्योगों का विकास होगा क्योंकि नागौर-डीडवाना-कुचामन में खनिज (जिप्सम, चूना, संगमरमर, बलुआ पत्थर, चिनाई पत्थर, चीनी मिट्टी, सीमेंट प्लांट, मूंग, मैथी) में निवेश होगा। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों को कम समय में एक शहर से दूसरे शहर पहुंच सकेंगे। वहीं कम समय में डीडवाना, कुचामन या नावां से राजधानी जयपुर या फलौदी पहुंच सकते हैं। लोगों का इस यात्रा में समय बचेगा। यह भी पढ़ें