सदर थाना क्षेत्र निवासी पीडि़ता आरोपी के चंगुल से बचकर घर पहुंची और मां को आपबीती बताई। मां के साथ सदर थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। तभी पुलिस को पता चला कि आरोपी ने एक अन्य किशोरी को बंधक बनाकर होटल के कमरे में बंद कर रखा है। पुलिस ने तुरंत होटल में दबिश दी और डरी सहमी मिली किशोरी को मुक्त करवाया। इस संबंध में जालूपुरा थाने में अलग से गैंगरेप व अपहरण का मामला दर्ज किया गया। हालांकि अभी पुलिस ने लव जिहाद का मामला नहीं बताया है, लेकिन लव जिहाद के एंगल से भी जांच कर रही है। पीडि़ता को नारी निकेतन में रखवाया गया है।जांच अधिकारी एसीपी नरेन्द्र कुमार ने बताया कि जालपुरा निवासी मोईन उर्फ मोनू (18) को बापर्दा गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कोई काम नहीं करता है। होटल में 25 दिन से बंधक बनाकर रखी गई 14 वर्षीय किशोरी ने अपने बयान में बताया कि तीन वर्ष पहले उसके माता-पिता के बीच तलाक हो गया था। बड़ी बहन पिता के साथ हरियाणा में और वह मां के साथ उत्तर प्रदेश रहने लगी। ढाई महीने पहले मां ने डांट दिया तो वह बड़ी बहन के पास चली गई थी। बड़ी बहन एक बार जयपुर आई थी, तब आरोपी से मुलाकात हुई थी। हरियाणा में पिता ने डांट दिया तो 25 दिन पहले बड़ी बहन ने आरोपी मोईन के पास भेज दिया।
मदद के नाम पर किया बलात्कार नाबालिग को आरोपी मदद के बहाने होटल में ले गया और उससे बलात्कार किया। बाद में अपने एक दोस्त से दो बार और दूसरे दोस्त से एक बार रुपए लेकर बलात्कार करवाया। नाबालिग को होटल के कमरे में ही बंद रखता था। आरोपी की जेल में शिनाख्त परेड़ करवाई जाएगी।वहीं, आरोपी के पकड़े गए एक नाबालिग दोस्त ने पीडि़ता से एक कैफे में ले जाकर बलात्कार किया। इस संबंध में भी पुलिस जांच कर रही है।
सिंधीकैम्प से दूसरी नाबालिग को मदद के नाम पर ले गया होटल पुलिस ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र में रहने वाले दूसरी नाबालिग किशोरी मां की डांट के कारण घर से निकल गई थी। वह सिंधीकैम्प बस स्टैंड पहुंची, यहां पर मोईन उससे मोनू बनकर मिला और उसकी मदद करने का झांसा देकर अपने साथ होटल में ले गया। वहां पर उससे बलात्कार किया। बाद में यही पीडि़ता आरोपी के चंगुल से बचकर घर पहुंची और मां को आपबीती बताई, तब मामले का खुलासा हुआ।