अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचईडी, माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में हर घर नल योजना में 70 ब्लॉक कवर करने का कार्यक्रम है, जिसमें तीसरे त्रैमास में 15 और चौथे त्रैमास में 55 ब्लॉक कवर किए जाएंगे। जल जीवन मिशन को समय पर पूरा करना बड़ी चुनौती है पर योजनावद्ध प्रयासों से इसके कार्यों में तेजी लाई जाने के निर्देश दिए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना में कौशल विकास पर भी जोर दिया गया है और इसके लिए मेशन, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन और फिटर्स आदि का प्रशिक्षण का भी प्रावधान किया गया है ताकि स्थानीय स्तर पर आवश्यक सेवाएं प्रशिक्षित युवाओं से उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम भी विकसित किया जा सकेगा, ताकि जन अभाव अभियोग की मोनेटरिंग व निराकरण हो सके। गौरतलब है कि पिछले दिनों राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन की एक्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में कार्यक्रम के क्रियान्वयन में तेजी लाने, अधिकारियों को नियमित रुप से फील्ड में जाने, पानी की एक एक बूंद को बचाने और अवेयरनेस अभियान चलाने को भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि यह सीधे ग्रामीणों से जुड़ा देश व प्रदेश का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इस वित्तीय वर्ष में 15 हजार गांवों में 32 लाख 64 हजार परिवारों को हर घर नल योजना के दायरें में लाने का कार्यक्रम बनाया गया है।