पुलिस ने बताया कि विलायत हुसैन मूलतः फतेहपुर शेखावाटी हाल संजय नगर डी झोटवाड़ा का रहने वाला हैं। वर्ष 2021 में उसकी मुलाकात देहरादून में रहने वाले नित्तम शर्मा से हुई। नित्तम शर्मा ने उसके भाई आबिद अली परिहार जो फतेहपुर में कांग्रेस पार्टी से जो कई बार पार्षद रह चुका है। उसे बोर्ड का चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया। विलायत हुसैन ने पुलिस को बताया कि नित्तम शर्मा ने उसे बताया कि जलदाय मंत्री महेश जोशी उसके रिश्तेदार है और वह उनसे मुलाकात करवा सकता है।
इस तरह लिया झांसे में
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में विलायत ने बताया कि वर्ष 2021 में नित्तम शर्मा ने उसे बनीपार्क होटल उम्मेद पैलेस में फोन कर बुलाया। वह अपने भाई आबिद अली को लेकर उससे मिला। वहां चेयरमैन बनाने को लेकर सारी बातचीत हुई। इसक बाद वह उसे महेश जोशी के रेल्वे स्टेशन के पास वाले घर पर ले गए जहां नित्तम शर्मा ने महेश जोशी से उसे मिलवाया और उसके भाई आबिद अली का परिचय करवाया। महेश जोशी ने आबिद का बायोडाटा मांगा और कहा कि वह इसे सीएम साहब तक पहुंचा देंगे। इस दौरान महेश जोशी से पैसे को लेकर कोई बात नहीं हुई। इसके बाद वह वहां से निकल गए। नित्तम ने उसे बताया कि एक करोड़ लेंगे बाद में 50 लाख रुपए में मामला तय हो गया।
पैसे देने के बाद नहीं बनाया चेयरमैन
विलायत ने आरोप लगाया है कि नित्तम शर्मा ने दिसम्बर 2021 में 50 लाख रुपए लेकर देहरादून लाने के लिए कहा। इस पर वह देहरादून गया वहां नित्तम को 35 लाख रुपए दे दिए। 15 लाख रुपए बांकी मांगने पर मई जून 2022 में नित्तम झोटवाड़ा उसके घर पहुंच गया जहां से उसे 15 लाख रुपए दे दिए। पैसे देने के बाद जब बोर्ड चेयरमैन की दो तीन लिस्ट आ गई और उसके भाई आबिद अली का नाम नहीं आया तो उसने नित्तम से सम्पर्क किया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इस पर वह महेश जोशी के घर पहुंचे और कहा कि नित्तम शर्मा आपके समधी है उन्होंने पचास लाख रुपए ले लिए। तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं मालूम तुम पुलिस से शिकायत करो। पीड़ित का कहना है कि नित्तम शर्मा उसका फोन नहीं उठा रहा है और उसके पचास लाख रुपए उसने हड़प लिए।