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मंत्री कालीचरण सराफ की अध्यक्षता में शुक्रवार को सायं स्वास्थ्य भवन में निजी अस्पतालों, निजी लैब्स एवं दवा विक्रेताओं के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में यह जानकारी दी गई। दवाईयों की दुकानों पर स्वाईन फ्लू की दवाओं की उपलब्धता एवं स्टाक की मात्रा की सूचना का बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढें : जयपुर में गंगा की मिटटी से बनाई जा रही हैं मां दुर्गा की प्रतिमाएं सराफ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी निजी अस्पतालों को स्वाइन फ्लू के उपचार में काम में ली जा रही दवाइयां नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने सभी निजी अस्पतालों को स्वाइन फ्लू पाजिटिव मरीज की सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग को भिजवाया जाना सुनिश्चित करने के लिए कहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी संबंधित क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू के बारे में सर्वेक्षण कर संभावित रोगियों की जांच व उपचार सुनिश्चित करेंगे। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए टेमी फ्लू औषधि के कैप्सूल, सीरप एवं वैक्सीन प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सालयों एवं प्रमुख निजी चिकित्सालयों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में टेमी फ्लू औषधि की करीब 3 लाख 80 हजार कैप्सूल जिला चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी पर उपलब्ध हैं एवं आरएमएससीएल के सेंट्रल गोदाम में करीब 1 लाख 40 हजार कैप्सूल व बच्चों के 1 हजार 500 सीरप की बोटल स्टाक में उपलब्ध है।
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यंत्रक अजय फाटक ने बताया कि निजी मेडिकल स्टोर पर स्वाइन फ्लू की पर्याप्त दवाएं उपलब्ध कराने के लिए शुक्रवार को हवाई जहाज से गोवा से 70 हजार निजी कंपनी की स्वाइन फ्लू टेबलेट मंगवाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक पहले से उपलब्ध है।