आरोप पत्र के अनुसार हत्या के बाद रोहित गोदारा और गोल्डी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए अन्य लोगों को धमकाया और उनसे रुपए वसूल किए। इसमें यह भी दोहराया कि रोहित राठौड़ और नितिन पांच दिसंबर, 2023 को घर में घुसकर सुखदेव सिंह की हत्या करने के बाद फरार हो गए थे।
पूजा सैनी और उसके पति महेन्द्र कुमार ने हत्याकांड से पहले नितिन को पनाह दी। एनआइए के अनुसार नितिन से हत्या कराने के लिए भवानी सिंह की मदद ली गई। भवानी को अशोक कुमार ने हथियार और रहने की जगह दी।