कमिश्नर जोसफ व एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने संयुक्त रूप से कहा कि घटना के बाद प्रदेशभर में व हरियाणा, पंजाब व दिल्ली में करीब 300 पुलिसकर्मी दोनों शूटरों की तलाश में जुटे। इन सभी जगहों पर करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। हरियाणा से पकड़े गए रामवीर ने शूटर नितिन फौजी के अन्य साथियों की जानकारी दी। हरियाणा पुलिस की मदद से जेल में बंद भवानी सिंह उर्फ रोनी व उसके साथियों तक पहुंचे। रोनी ने दोनों शूटर की मदद करने वाले उधम सिंह की जानकारी दी। तब शूटरों के संबंध में अहम सुराग हाथ लगे।
यह भी पढ़ें
Sukhdev Singh Gogamedi murder: शूटर ने किया सनसनीखेज खुलासा, बोलाः आकाओं से मिले थे ऐसे निर्देश
गैंगस्टर रोहित गोदारा व विरेन्द्र से बात कर जयपुर आया शूटरएडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि भवानी सिंह उर्फ रोनी ने हरियाणा में फरारी के दौरान नितिन फौजी की रोहित गोदारा व विरेन्द्र चारण से बात करवाई। दोनों ने शूटर नितिन फौजी को जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए कहा। इस पर शूटर नितिन फौजी 28 नवम्बर को ही जयपुर आ गया था।