प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब विद्यार्थियों की रुचि के अनुसार ही स्कूलों में विषय और संकाय खुल सकेंगे। बहुत से ऐसे स्कूल हैं, जिनमें बरसों से संकाय और विषय परिवर्तन नहीं हुआ है, जबकि विद्यार्थी इसकी मांग कर रहे हैं। अब विद्यार्थियों की मांग के आधार पर ही संकाय और विषय स्कूलों में शुरू हो सकेंगे।
यह भी पढ़ें :- राजस्थान का ऐसा चमत्कारिक मंदिर, जहां 7 दिनों में लकवाग्रस्त व्यक्ति हो जाता है ठीक, ये है यहां की मान्यता हाल ही शिक्षा विभाग ने इसके संबंध में प्रदेश के सभी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों से इसकी जानकारी मांगी है। संकाय और विषय परिवर्तन के लिए स्कूल के संस्था प्रधान को विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक बुलानी होगी। इसमें प्रस्ताव रखा जाएगा कि कौनसा विषय और संकाय बदलना है और कौनसा नया शुरू करना है। इसमें अभिभावक और छात्र प्रतिनिधि की राय भी ली जाएगी।
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संकाय और विषय परिवर्तन करते समय क्षेत्र के चल रहे व्यवसाय और ट्रेड का भी ध्यान रखा जाएगा। संकाय और विषय के संबंध में प्रस्ताव 25 मार्च तक भेजने हैं। जिलेभर की सूचना जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से निदेशालय भेजी जाएगी।
यह भी पढ़ें :- राजस्थान का अनूठा चमत्कारिक मंदिर ‘जहां माता को लगता है ढाई प्याला शराब का भोग’ विधानसभा क्षेत्र का नाम, पंचायत समिति, विद्यालय का नाम, आईएफएमएस कोड, उच्च माध्यमिक में विद्यालय कब क्रमोन्नत हुआ, वर्तमान में संचालित संकाय और विषय, नए संकाय और विषय कौनसे शुरू करने हैं और शुरू करने का कारण, विद्यार्थियों की संख्या आदि की जानकारी देनी है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी की अभिशंषा भी देनी है। छात्रों के लिए सरकारी विद्यालयों में ये सुविधा शुरू होने से उन्हें शिक्षा में बड़ा फायदा मिलेगा।