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गौरतलब है कि 1999 से 2004 तक बीजेपी सरकार में भारत सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री थे। इसके बाद 2016 से उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी और तब से वह कांग्रेस में कद्दावर नेता के रूप में हैं। उनका जन्म 29 सितंबर 1957 को राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ सीकर जिले के कुदन गांव में बृजमोहन महरिया के परिवार में हुआ था। उन्होंने सीकर के एसके कॉलेज से स्नातक किया। वह एक एथलीट है और उसने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने राज्य और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया है।
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सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस नेता सुभाष महरिया की भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से अच्छे संबंध है। इससे पूर्व भी महरिया को लेकर भाजपा में शामिल होने की अटकले लगाई जा चुकी है। लेकिन अब इन चर्चाओं ने मूूर्त रूप ले लिया है और अटकलों को सच साबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि महरिया शुक्रवार सुबह 10 बजे भाजपा कार्यालय में सदस्यता ग्रहण करेंगे। महरिया कभी वसुंधरा राजे के खास सिपहसालार हुआ करते थे, लेकिन 2016 में उन्होंने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था। सियासी गलियारों में महरिया को लेकर पूर्व में भी प्रेशर पॉलिटिक्स से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह रहा सफर
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में 1 नवंबर 2016 को शामिल होने वाले दो जाट नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया और पूर्व सांसद हरि सिंह हैं। इससे पूर्व तीन बार के सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे महरिया एक प्रमुख जाट नेता हैं और कभी भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। 1998 और 1999 से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा 2004 तक केंद्रीय राज्यमंत्री ग्रामीण विकास मंत्रालय में रहे। 2004 में फिर लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए इसके बद 2010 में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बनें, तथा 2011 भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया।