Rajasthan Medical Education Society: जाने क्यों इनके नौकरी के आदेश हो गए निरस्त
चौबीस घंटे हो रही मदद
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो सांइसेज (एनआईएमएचएएनएस) बेंगलूरु की टीम की ओर से मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की मदद की जा रही है। टेली मानस इसी के तहत काम कर रहा है। मदद के लिए यहां तीन मनोचिकित्सक, 6 मनोवैज्ञानिक व 10 काउंसलर्स चौबीस घंटे ड्यूटी देते हैं। परामर्श के लिए उनके पास टोल फ्री नंबर पर कॉल आता है।
काउंसलिंग में ये आया सामने
20% को कॅरियर की चिंता।
05% प्रेम प्रसंग के कारण तनाव में।
50% परीक्षा व उनके परिणाम का तनाव झेल रहे हैं।
15% परिवार का सपोर्ट नहीं मिलने या कलह से परेशान।
10% बीमारी या अन्य कारणों से परेशान।
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मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बच्चे खुलकर बात कर रहे हैं। वे इससे निकलना चाहते हैं। यह अच्छी बात है। इसमें टेली मानस अहम मददगार साबित हो रहा है। परिजन भी उन्हें समझें और सपोर्ट करें। उन पर किसी भी तरह का दबाव न बनाएं। उन्हें ऑप्शन दें कि यह नहीं तो वो कर लें लेकिन तनावग्रस्त न हों। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। कोचिंग इंस्टीट्यूट भी उन्हें ऑप्शन दें। -डॉ.ललित बत्रा, अधीक्षक, मनोचिकित्सा केंद्र, सेठी कॉलोनी