गहलोत के इस निर्णय से एसएमएस चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार होगा तथा मरीजों को समयबद्ध रूप से उचित इलाज मिल सकेगा। मुख्यमंत्री द्वारा समय-समय पर पोस्ट कोविड जटिलताओं को लेकर चिंता भी व्यक्त की गई है। इसी क्रम में अब इस लैब की स्थापना के लिए स्वीकृति दी गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की ओर से वर्ष 2023-24 के बजट में लैब की स्थापना के संबंध में घोषणा की गई थी।
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस में इस लैंब के जरिए इलाज की सुविधाओं में विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। अस्पताल में वर्तमान में आईपीडी सेंटर सहित विभिन्न निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। इनका लोकापर्ण आगामी अक्टूबर माह में किया जाना प्रस्तावित है। इसके जरिए अस्पताल में कॉटेज के लिए नई व्यवस्था के साथ ही त्वरित इलाज प्रदान करने के लिए विस्तार किया जाना है।