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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मंजू बाघमार ने कहा कि वर्तमान समय में हम नैतिक मूल्यों से दूर होते जा रहे हैं। बड़ों को चरणस्पर्श करने में हमें झिझक महसूस होती है। भीड़ के बीच भी हम अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे परिदृश्य में जरूरतमंद के लिए हाथ बढ़ाना, गले लगाना और बड़ों का आशीर्वाद ही काम करता है। श्रीमती बाघमार ने पीआरएसआई, जयपुर चैप्टर के पदाधिकारियों को इतने अच्छे और समसामयिक विषय पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता करने की बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के विषय से हम स्वयं को, अपने समाज और बच्चों को नैतिक मूल्य की शिक्षा दे सकते हैं। भारत की विश्व गुरु की संस्कृति को आत्मसात कर सकते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मंजू बाघमार ने कहा कि वर्तमान समय में हम नैतिक मूल्यों से दूर होते जा रहे हैं। बड़ों को चरणस्पर्श करने में हमें झिझक महसूस होती है। भीड़ के बीच भी हम अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे परिदृश्य में जरूरतमंद के लिए हाथ बढ़ाना, गले लगाना और बड़ों का आशीर्वाद ही काम करता है। श्रीमती बाघमार ने पीआरएसआई, जयपुर चैप्टर के पदाधिकारियों को इतने अच्छे और समसामयिक विषय पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता करने की बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के विषय से हम स्वयं को, अपने समाज और बच्चों को नैतिक मूल्य की शिक्षा दे सकते हैं। भारत की विश्व गुरु की संस्कृति को आत्मसात कर सकते हैं।
हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुधि राजीव ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर ने समाज को विघटित कर दिया है। सोशल मीडिया की दुनिया में फॉलोअर्स और दोस्तों की भीड़ से घिरा व्यक्ति असल जिंदगी में अकेला और दुखी है। ऐसे में किसी को गले लगाना और दोस्ती का हाथ बढ़ाना वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि बड़ों के सम्मान से आशीर्वाद मिलता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की थीम से सोच बदलेगी और भारतीय संस्कृति जीवंत होगी।
कार्यक्रम को पीआरएसआई जयपुर चैप्टर के अध्यक्ष वीरेंद्र पारीक, पूर्व अध्यक्ष कल्याण कोठारी, समन्वयक आशीष बक्शी, वैदिक पीजी महाविद्यालय की निदेशक मेधा सामवेदी महाविद्यालय के सचिव प्रो घनश्याम धर ने भी संबोधित किया। फोटोग्राफी प्रतियोगिता के ये रहे विजेता-
चयनित प्रविष्टियों में प्रथम पुरस्कार प्रभा गुर्जर (जयपुर), द्वितीय पुरस्कार एग्रोनील मण्डल (शान्ति निकेतन – पश्चिम बंगाल), तृतीय पुरस्कार कीर्ति कंवर (हरिदेव जोशी जनसंचार पत्रकारिता वि.वि.), प्रशंसा पुरस्कार अनिशा कम्बोज (वनस्थली विद्यापीठ), सतीश मीणा (वैदिक कन्या महाविद्यालय, जयपुर) व नकुल चिंकारा (द्वारका दिल्ली) को दिए गए। वहीं 40 चयनित प्रविष्ठियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
चयनित प्रविष्टियों में प्रथम पुरस्कार प्रभा गुर्जर (जयपुर), द्वितीय पुरस्कार एग्रोनील मण्डल (शान्ति निकेतन – पश्चिम बंगाल), तृतीय पुरस्कार कीर्ति कंवर (हरिदेव जोशी जनसंचार पत्रकारिता वि.वि.), प्रशंसा पुरस्कार अनिशा कम्बोज (वनस्थली विद्यापीठ), सतीश मीणा (वैदिक कन्या महाविद्यालय, जयपुर) व नकुल चिंकारा (द्वारका दिल्ली) को दिए गए। वहीं 40 चयनित प्रविष्ठियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
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