लत बड़े ही लगाते
मां-बाप अनजाने में बच्चों को मोबाइल की लत लगा रहे हैं। बच्चा रोता है तो मोबाइल देकर चुप करवाते हैं। बच्चा खाना नहीं खाता तो मोबाइल देकर उसे खाना खिलाते हैं। बच्चा इधर-उधर न चला जाए तो उसे मोबाइल देकर एक जगह बैठा देते हैं। इससे बाल अवस्था में ही बच्चे को मोबाइल की लत लग रही है। अभिभावकों को इसके दुष्प्रभाव बाद में नजर आते हैं। यह भी पढ़ें
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इस्तेमाल को नियंत्रित करें, सिखाएं सकारात्मक उपयोग
बच्चों को मोबाइल से दूर करने के लिए उनके साथ समय बिताना और भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाना आवश्यक है। बच्चों के सामने खुद मोबाइल का अत्यधिक उपयोग न करें। अगर मोबाइल एक जरूरत है, तो इसका इस्तेमाल नियंत्रित तरीके से करें और बच्चों को भी इसका सकारात्मक उपयोग सिखाएं। बच्चों पर नजर रखें कि वे मोबाइल पर क्या कर रहे हैं। उन्हें घर के छोटे-छोटे कामों में शामिल करें। उनका समय सोशल मीडिया और मोबाइल की बजाय परिवार के साथ बिताने पर केंद्रित करें। क्योंकि सोशल मीडिया पर अश्लील व आक्रामक सामग्री अधिक दिखती है। बच्चों को डांटने की बजाय उनकी समस्याओं को समझकर समाधान करें।
- डॉ. अखलेश जैन, मनोचिकित्सक
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