वोटर हेल्पलाइन एप पर क्यूआर कोड स्कैन करते ही इसमें मतदाता की पूरी जानकारी मिल जाएगी। क्यूआर कोड स्कैन करने पर मतदाता की पहचान पत्र संख्या, मतदाता का नाम, आयु, लिंग, माता-पिता, पति पत्नी का नाम, विधानसभा क्षेत्र का नाम, संसदीय क्षेत्र, जिला,राज्य, भाग संख्या, सीरियल नंबर व मतदान केंद्र से जुडी जानकारी हाथों हाथ मिल सकेगी।
राजस्थान में कांग्रेस के सियासी संग्राम पर बड़ा अपडेट, जानें दिल्ली में क्या फैसला हुआ
इसके लिए यह सुविधा हाल ही में जारी हो रहे पहचान पत्रों में होगी। ये पहचान पत्र सीधे मतदाताओं के पास डाक से भेजना भी शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जरुरी है आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड का लिंक होना है। लिंक होने पर ही क्यूआर कोड वाली आईडी मिल सकेगी।
निर्वाचन विभाग की ओर से जारी हाइटेक वोटर आईडी
विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 2 लाख 16 हजार हैं। जिसमें करीब 9 हजार मतदाता नये जुडे हैं। जो कि अब नये मतदाता जुडे हैं। जिन्हें स्मार्ट व क्यूआर कोड युक्त आईडी मिल सकेगी। यह वोटर आईडी स्पीड पोस्ट के जरिये सीधे नव पंजीकृत मतदाता के घर के पते पर सीधे ही भेजी जा रही है। जबकि पहले न आईडी निर्वाचन शाखा में आती थी। इसके बाद बूथ लेबल अधिकारी के जरिये मतदाताओं को वितरित की जाती थी।
चुनावी साल में वोट बैंक साधने की तरफ सरकार, 19 साल बाद नए सिरे से होगा सर्वे, कच्ची बस्तियों को मिलेंगे पट्टे
दूसरा व्यक्ति नहीं कर पाएगा उपयोग: सूत्रों के मुताबिक इन कार्डों की खासियत ये है कि कार्ड खोने के बाद अन्य व्यक्ति उपयोग नहीं कर सकेगा। हाल ही में इस कार्ड को गूगल पर सबसे अधिक सर्च किया जा रहा है। फिलहाल ये कार्ड नए वोटर के ही बनाए जा रहे हैं। नए वोटर कार्ड में काफी बदलाव किए गए हैं। इस कार्ड का डूप्लीकेट कार्ड जारी होने पर पता लग सकेगा।
क्यूआर कोड युक्त होंगे वोटर आईडी: अब नए वोटर आईडी क्यूआर कोड युक्त होंगे। कोड के जरिए मतदाता से जुड़ी जानकारी आनलाइन मिल सकेगी।
-नीरज मीणा, एसडीओ बांदीकुई (ए.सं)