सरकार के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में विपक्ष के विधायकों को नहीं बुलाने की एक परंपरा सी चल पड़ी है। इसे लेकर समय—समय पर विधायक या जनप्रतिनिधि नाराजगी भी जाहिर करते आए हैं। ताजा मामला नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का सामने आया है।
उनके विधानसभा क्षेत्र उदयपुर शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होने वाले विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमि पूजन के कार्यक्रम में कटारिया को ना तो न्यौता दिया गया और ना ही कार्यक्रम की सूचना। इससे खफा कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से शिकायत कर कार्यक्रम रोकने की मांग की है। कटारिया ने कहा कि संबंधित अधिकारियों और जिला कलेक्टर ने इस कार्यक्रम के लिए क्षेत्रीय विधायक के नाते न तो मुझे कोई आमंत्रित दिया और ना इस कार्यक्रम की कोई जानकारी दी।
विधानसभा में भी उठते आए हैं मामले इस तरह की शिकायतें विधानसभा में भी बार-बार उठती रही हैं। कटारिया ने कहा कि विधानसभा में भी कई बार भाजपा के विधायक यह मामला उठाते आए हैं। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार को निर्देश दिए थे कि सरकारी विकास कार्य के लोकार्पण-शिलान्यास में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर उनके सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाए। मगर उनके आदेश को भी दरकिनार किया जा रहा है।
लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं कटारिया ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं सही नहीं हैं। जनप्रतिनिधि को पूरा सम्मान मिलना चाहिए। कटारिया ने सीएम और विधानसभा अध्यक्ष को इस कार्यक्रम को रोकने के साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने की मांग की है।