दो जगह पड़ताल में ही कई प्रभावित आए सामने..
जेडीए व निगम ने शुरुआत में 31 कच्ची बस्तियों को बहुमंजिला फ्लैट में शिफ्ट करने की योजना बनाई। इसमें 5620 परिवारों को चिन्हित किया गया। मालवीय नगर में अम्बेडकर कच्ची बस्ती में वर्ष व जगतपुरा रोड, बालाजी मोड के पास वाल्मीकि कच्ची बस्ती वासियों को वर्ष 2015, 2016 व 2018 में आवंटन पत्र जारी किए गए। इसके आधार पर कई लोगों ने निर्धारित आवंटन राशि जमा भी करा दी लेकिन उन्हें शिफ्ट नहीं किया जा रहा। अम्बेडकर कच्ची बस्ती वासियों ने तो कीरों की ढाणी की तर्ज पर उसी जगह फ्लैट बनाकर की राह दिखाई, लेकिन सरकार उस पर भी रजामंद नहीं है।
जेडीए व निगम ने शुरुआत में 31 कच्ची बस्तियों को बहुमंजिला फ्लैट में शिफ्ट करने की योजना बनाई। इसमें 5620 परिवारों को चिन्हित किया गया। मालवीय नगर में अम्बेडकर कच्ची बस्ती में वर्ष व जगतपुरा रोड, बालाजी मोड के पास वाल्मीकि कच्ची बस्ती वासियों को वर्ष 2015, 2016 व 2018 में आवंटन पत्र जारी किए गए। इसके आधार पर कई लोगों ने निर्धारित आवंटन राशि जमा भी करा दी लेकिन उन्हें शिफ्ट नहीं किया जा रहा। अम्बेडकर कच्ची बस्ती वासियों ने तो कीरों की ढाणी की तर्ज पर उसी जगह फ्लैट बनाकर की राह दिखाई, लेकिन सरकार उस पर भी रजामंद नहीं है।
इन्होंने भी लगाए आरोप…
कांग्रेस के जन अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पंकज शर्मा काकू, स्थानीय नेता संजय व्यास भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों हुई कार्रवाई भी स्थानीय विधायक के दबाव में हुई है। जबकि, पहले पुनर्वास किया जाना चाहिए था और फिर कार्रवाई। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अर्चना शर्मा भी मौके पर पहुंची थी।
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—स्थानीय विधायक चाह ही नहीं रहे कि हमें यहीं पक्की छत मिल जाए। वोट बैंक के कारण हमें यहां से कई किलोमीटर दूर भेजने पर तो आमादा है लेकिन उसी जगह फ्लैट बनाकर पुनर्वास करने पर रजामंद नहीं हो रहे। यहीं कारण है कि पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों के शह पर जेडीए ने तोड़फोड कर दी। हम जल्द नगरीय विकास मंत्री से भी मिलेंगे। —सीताराम बैरवा, अम्बेडकर नगर कच्ची बस्ती
कांग्रेस के जन अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पंकज शर्मा काकू, स्थानीय नेता संजय व्यास भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों हुई कार्रवाई भी स्थानीय विधायक के दबाव में हुई है। जबकि, पहले पुनर्वास किया जाना चाहिए था और फिर कार्रवाई। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अर्चना शर्मा भी मौके पर पहुंची थी।
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—स्थानीय विधायक चाह ही नहीं रहे कि हमें यहीं पक्की छत मिल जाए। वोट बैंक के कारण हमें यहां से कई किलोमीटर दूर भेजने पर तो आमादा है लेकिन उसी जगह फ्लैट बनाकर पुनर्वास करने पर रजामंद नहीं हो रहे। यहीं कारण है कि पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों के शह पर जेडीए ने तोड़फोड कर दी। हम जल्द नगरीय विकास मंत्री से भी मिलेंगे। —सीताराम बैरवा, अम्बेडकर नगर कच्ची बस्ती
—हम तो राजनीति की भेंट चढ़ रहे हैं। न सरकार सुन रही है और न ही जेडीए। विधायक तो बिल्कुल भी साथ नहीं है, जिससे की वर्षों से यहां रहने वाले को कुछ राहत मिल सके। —रूपेन्द्र चंपावत, अम्बेडकर नगर कच्ची बस्ती
—जेडीए ने जयसिंहपुरा खोर में बने बीएसयूपी फ्लैट में बसाने के लिए आवंटन पत्र दे रखा है। इसके लिए निर्धारित राशि भी बैंक में जमा करा रहे हैं। लेकिन हमें वहां भेजा ही नहीं जा रहा। पता नहीं कौनसी राजनीति आड़े आ रही है। —अन्नू, वाल्मिकी कच्ची बस्ती