थोड़े दिन की खामोशी के बाद सचिन पायलट कैंप और अशोक गहलोत कैंप एक बार फिर आमने-सामने हैं। अशोक गहलोत कैंप के माने जाने वाले दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने जहां मंगलवार को सचिन पायलट कैंप को निशाने पर लिया तो पायलट कैंप के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने नागर को महिला का चीरहरण कर सलाखों के पीछे जाने वाला बता दिया।
साथ ही नागर को कांग्रेस के आधिकारिक प्रत्याशियों से माफी मांगने की मांग भी कर डाली, जिसकी वजह से कांग्रेस प्रत्याशी को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में साफ है कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों से पहले गहलोत-पायलट कैंप के बीच तल्खी और बढ़ने वाली है।
बाबूलाल नागर ने साधा था पायलट कैंप पर निशाना
मंगलवार को को गहलोत कैंप के के माने जाने वाले निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने सचिन पायलट कैंप पर जमकर हमला बोला था। नागर का कहना था कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ माहौल था और कांग्रेस पार्टी की डेढ़ सौ सीटें आ रही थी लेकिन आज जो लोग मेहनत करके सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं वह बताएं कि पार्टी 99 सीटों पर कैसे अटक गई, ऐसे लोगों को कांग्रेस आलाकमान से माफी मांगनी चाहिए।
जीतने वाले लोगों के टिकट काटे
दूदू से निर्दलीय विधायक नागर ने कहा कि 13 में से 11 विधायक कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं और कांग्रेस के टिकट पर मंत्री-विधायक तक रहे हैं, लेकिन जीतने वाले लोगों के टिकट काटकर जमानत जब्त कराने वाले लोगों को टिकट क्यों दिए गए इसका जवाब देना चाहिए। 13 में से 11 निर्दलीय विधायक चुनाव जीतने के बाद भी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं, क्योंकि हम कांग्रेस पार्टी को अपनी मां मानते हैं।
90 फ़ीसदी विधायक गहलोत के साथ
बाबूलाल नागर ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद 90 फ़ीसदी विधायक गहलोत के पक्ष में थे इसलिए आलाकमान ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। नागर ने कहा कि जब हम हाफ पैंट पहन कर घूमते थे तब अशोक गहलोत कांग्रेस का झंडा लेकर घूमते थे उन्हें देखकर ही हम कांग्रेस में आए।
सोलंकी का नागर पर पलटवार
इधर निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर पर पलटवार करते हुए सचिन पायलट कैंप के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस को हराने वाले कांग्रेस को मां बता रहे हैं, उन्होंने कहा कि उनकी वजह से कांग्रेस का आधिकारिक प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा, इसलिए माफी सचिन पायलट को नहीं बल्कि बाबूलाल नागर को कांग्रेस प्रत्याशी से माफी मांगनी चाहिए।
सोलंकी ने कहा, सलाखों के पीछे जाने से कटा था टिकट
पायलट कैंप के विधायक वेद प्रकाश ने बाबूलाल नागर के टिकट काटे जाने की बात पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका टिकट इसलिए काटा गया था क्योंकि वे एक औरत का चीर हरण करके सलाखों के पीछे गए थे। उसके बाद भी उनके भाई को पार्टी ने टिकट देकर उनका सम्मान रखा था।
उनके भाई के 40 हजार से ज्यादा हारने के बावजूद 2018 में पार्टी ने उनके नाम पर विचार किया था, लेकिन रेप के मामलें हाईकोर्ट की ओर से प्रसंज्ञान लेने के चलते उनका टिकट काटा गया था, क्या ये बात उनको मालूम नहीं है, उन्हें जनता को बताना चाहिए कि उनका टिकट किस वजह से कटा था। दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
ढाई साल में एससी-एसटी की आवाज नहीं उठाई
वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि बाबूलाल नागर ढाई साल कभी भी एससी-एसटी वर्ग की आवाज नहीं उठाई, केवल पानी और डेयरी की बात ही करते रहे। सोलंकी ने कहा कि पार्टी की 99 सीटें इसलिए आईं क्योंकि पार्टी से बगावत करके नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, जिससे पार्टी प्रत्याशी की हार हुई, अगर ये लोग निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ते तो पार्टी प्रत्याशी की जीत होती।
सचिन पायलट राजस्थान के नेता
सोलंकी ने कहा कि मैं गर्व से कह सकता हूं कि सरकार बनाने में सचिन पायलट का अहम रोल रहा है, कई युवा विधायक उनकी वजह से चुनाव जीतकर आएं। नागर आज ये बातें क्यों कर रहे है, किस वजह से उन्होंने ये बयान दिया है, सोचनीय विषय है।