ज्योतिषाचार्य पं.पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि गुरुवार को उदया पूर्णिमा है मगर त्रिमुहूर्त से कम समय होने अर्थात् दो घंटे चौबीस मिनट से कम होने के कारण रक्षाबंधन मनाना उचित नहीं रहेगा। श्रावणी पूर्णिमा गुरुवार सुबह 7.06 बजे तक रहेगी। हालांकि शहरवासी अपनी सुविधा अनुसार आज भी राखी बंधवाएंगे।
जयपुर में विभिन्न जगहों पर पारिवारिक बंधन के साथ ही कई पीढ़ियों की आपसी भाईचारे की मिसाल देखने को मिली। चांडक माहेश्वरी परिवार की चार पीढ़ियों के 130 सदस्यों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्रित होकर अजमेर रोड महेंद्र सेज स्थित एक रिसोर्ट में रक्षाबंधन पर्व मनाया। आयोजन के प्रमुख सूत्रधार राजस्थान हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश दीपक माहेश्वरी और माहेश्वरी समाज, जयपुर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय माहेश्वरी ने बताया कि प्रदेश और विदेश से परिवारजन पहुंचें। परिवार के शीर्ष युगल स्व.लक्ष्मी देवी एवं स्व.सालिगराम माहेश्वरी (चांडक) के पांच पुत्रों और तीन पुत्रियों के परिवार की चार पीढ़ियों के देश—विदेश में कुल 236 सदस्य हैं। अमेरिका व रियाद (सऊदी अरब) से भी परिजन पहुंचें। माहेश्वरी ने बताया कि परिवार के बच्चों को संयुक्त परिवार के फायदे बताए। साथ ही संस्कारों की सीख दी। वरिष्ठ पीढ़ी के कुल चार सदस्य जीवित हैं।
तारों की कूट पर सूर्य नगर के ऋषभ मार्ग पर कोटखावदा हाऊस में मुन्ना देवी वैद के नेतृत्व में चार पीढ़ियों ने पर्व मनाया। 79 वर्षीय मुन्ना देवी एवं सबसे छोटे दो वर्ष दस माह के देवांश बाकलीवाल सहित 40 लोगों ने एक साथ रक्षाबंधन पर राखी बांधी व बंधवाई।
— तारों की कूंट पर 94 वर्षीय प्रवीण चंद्र छाबड़ा (वरिष्ठ पत्रकार) ने 96 वर्षीय बहन उमराव देवी पाटनी से राखी बंधवाई ।