दरअसल, इस डांस फोरम को सिद्धि समुदाय के लोक अफ्रीकी ’गोमा’ म्यूजिक पर करते हैं, गोमा शब्द न्गोमा से बना है जिसका अर्थ ’ड्रम्स’ होता है। जाहिर है इस डांस में ड्रम के संगीत का अहम स्थान है। इसकी खासियत है इसका कॉस्टयूम, धमाकेदार संगीत और लयबद्ध नृत्य के साथ पेश किए जाने वाले करतब। डांस के दौरान तेज और धूम-धड़ाके वाला संगीत दर्शकों को लय में थिरकने को मजबूर कर देता है। इस डांस के लिए जो ड्रम बाबा की मजार पर रखा हुआ है, वह इतना बड़ा और भारी है कि उसे चार मजबूत आदमी ही उठा सकते हैं, इसलिए ये लोग कहीं परफोर्मेंस देने जाते हैं, तब मोडिफाइड यानी हल्का ड्रम ले जाते हैं।
सिर से नारियल फोड़ना
जब एक-एक कर डांस ग्रुप के सदस्य नारियल को हवा में उछाल उसे सिर से फोड़ते हैं, तो दर्शक दाद दिए बगैर नहीं रह सकते। साथ ही, कुछ नर्तक मुंह से आग के गोले उगल दर्शकों को स्तब्ध कर देते हैं। फिर, इनका अफ्रीकी आदिवासियों के अंदाज की भाव-भंगिमाएं और अदाकारी दिलों को रोमांच से सराबोर कर देती हैं।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति
सिद्धि इमरान ने बताया कि 50 सदस्यीय सिद्धि धमाल गु्रप दिल्ली में जब ओलंपिक मशाल आई तब परफोर्मेंस करने गया था। इसके अलावा जर्मनी, स्विट्जरलैंड, रूस, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी इस डांस का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, टीवी के रीएलिटी शो में यह डांस ग्रुप शरीक हो चुका है।