प्रताडऩा ऐसी कि सुनकर डर लगे
वकील अनिल शर्मा ने बताया कि राजकुमार जब शुभांगना के साथ रहता था, तब उसे काफी टार्चर करता था। कई दिनों तक कमरे में बंद कर देता, भोजन नहीं खाने देता था। यहां तक कि पीहर पक्ष वालों से मिलने तक की पाबंदी लगा दी थी। फर्जी हस्ताक्षर कर कॉलेज से रुपए निकलवा लेता। यहां तक की कॉलेज के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर ऋण तक ले लिया था और रुपयों को अय्यासी में उड़ा दिया। यह सब बातें शुभांगना ने उन्हें ई-मेल और वाट्सएप पर लिखकर भेजी थी।
डर लगता है, साथ में बैठ जाती
नौकरानी टीला ने बताया कि फंदे से लटके मिलने की घटना से कुछ दिन पहले मैडम शुभांगना उसे कहती थी, डर लगता है, मेरे पास बैठ जा, तब मैं काफी देर तक उनके पास बैठी रहती थी। बाद में मैडम के सामान्य होने पर अपना काम करने चली जाती थी।