सबसे खास बात है इस ओवरब्रिज का नाम। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही इस ओवरब्रिज को ‘रामसेतु‘ नाम दिया गया है। भगवान राम ने लंका तक पहुंचने के लिए समुद्र में जो मार्ग बनाया था, इसे रामसेतु ही नाम दिया गया था। इसे आधार मानते हुए ओवरब्रिज को रामसेतु नाम दिया गया है। यह ओवरब्रिज राष्ट्रीय राजमार्ग-112 जोधपुर.बाड़मेर रेलवे सेक्शन पर 102 करोड़ रुपए की लागत से 2 किमी लम्बाई में 2 लेन का बना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री निवास से समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सेतु निर्माण से राज्य के विकास को गति मिलेगी। बालोतरा में लेवल क्रॉसिंग पर यातायात जाम और शहर के बीच से गुजरने वाले भारी वाहनों से संभावित दुर्घटनाओं से निजात मिलेगी। आमजन के लिए रेलवे स्टेशन तक पहुंचने की राह आसान होगी और समय बचेगा। उन्होंने कहा कि सेतु निर्माण से जसोल धाम, नाकोड़ा एवं ब्रह्मधाम यात्रा जैसे धार्मिक स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम होगा। उन्होंने कहा कि इस आरओबी कार्य के साथ 2 अंडरपास भी तैयार हुए हैं। इससे शहर का यातायात भी सुगम होगा। स्थानीय उद्योगों की स्थिति सुदृढ़ होगी, जिससे क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सड़क तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न स्वीकृतियां समयबद्ध जारी करेगी। साथ ही, विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में हरसंभव सहयोग किया जाएगा। इस अवसर पर उद्योग राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, विधायक हमीर सिंह भायल, पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव संदीप वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
अब होने लगा है प्रदेश का बहुमुखी विकास
समारोह में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि अब प्रदेश का चहुंमुखी विकास होने लगा है। राजमार्गों के सुदृढ़ीकरण से प्रदेश की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत होगी। वीसी से जुड़ी उपमुख्यमंत्री व सार्वजनिक निर्माण मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि आरओबी, हाईवे, एक्सप्रेस.वे सहित विभिन्न सड़कों के निर्माण से गांव-ढाणी शहरों से जुड़ रहे हैं। इससे किसानों, व्यापारियों, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को आवागमन में आसानी होगी। राजस्थान में अब विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं।