यह भी पढें : नशे में पत्नी से मोबाइल पर बात करते हुए मकान की बालकॉनी से गिरा इंजीनियर, मौत पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस बार नवरात्र में कोई घटत-बढ़त नहीं है, जो कि शुभ संयोग हैं। नौ दिनों पर अनुष्ठान चलेंगे। इन दिनों में देवी का आराधना करने वालों के लिए विशेष फलदायी साबित होंगे। वहीं शुभ संयोग नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए अच्छे हैं। इन योगों में किए गए कार्यों की सिद्धी होती है। खरीदारी के लिहाज से भी ये दिन शुभ रहेंगे। वहीं विययादशमी या दशहरा 30 को सर्वार्थ सिद्धी व रवि योग में मनाया जाएगा।
नवरात्रि के इन शुभ संयोग पर बाजार में खूब रौनक रहेगी।
यह भी पढें : सुसाइड करने से पहले लिखा, मुझे परेशान किया है, यह जिंदा नहीं रहना चाहिए… किस दिन कौनसा योग22 सितंबर : राज योग, (सुबह 6.19 बजे से रात 12.38 बजे तक)
23 सितंबर : सर्वार्थ सिद्धी व रवि योग, (सुबह 6.19 से रात 2.15 बजे तक) 25 सितंबर : रवि व सर्वार्थ सिद्धी, (सुबह 4.26 संपूर्ण दिन-रात) 26 सितंबर : रवि योग, (सूर्योदय से सुबह 7.03 मिनट तक)
27 सितंबर : रवि योग, (सुबह 6 बजे से सुबह 9.57 बजे तक)
29 सितंबर : रवि योग, (दोपहर 3.48 मिनट से देर रात तक)
यह भी पढें : नोटों की गड्डियां देख डोला मन, सोते हुए मालिक का काटा गला नवरात्र स्थापना का शुभ समय शास्त्रों के अनुसार नवरात्र स्थापना प्रात: काल में ही की जाती है। 21 को सुबह 6.18 बजे से 7.49 बजे तक द्विस्वभाव कन्या लग्न व शुभ का चौघडिया में स्थापना का सर्वश्रेष्ठ
मुहूर्त है। इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11.56 बजे से 12.44 बजे तक भी स्थापना का शुभ मुहूर्त है।
यह भी पढें : घर की छत को बनाया कैक्टस का दुर्लभ गार्डन, उगाए 400 प्रजातियों के कैक्टस बाजार में खरीदारी का योगनवरात्रि के इन शुभ संयोग पर बाजार में खूब रौनक रहेगी। बाजारों में मंदी के बादल छंटेंगे। इन दिनों जमीन, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, स्वर्णाभूषण, वस्त्र आदि की खूब खरीदारी करेंगे। ज्योतिर्विदों की मानें तो शुभ संयोग में खरीदी हुई वस्तु चिरस्थायी लाभदायक होती है। इसलिए इन दिनों खरीदी गई वस्तु उन्नति दायक मानी जाती है।