ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार शनिदेव की पूजा करते समय उनके मंत्रों का जाप भी करें। शनिवार को रुद्राक्ष माला से जाप करना चाहिए। शिवजी की उपासना से भी शनि प्रसन्न होते हैं। इसलिए शनिवार को भगवान शिव का ओमकार मन्त्र ॐ नम: शिवाय का जाप करना चाहिए। शिव सहस्त्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं।
हनुमानजी की पूजा—अर्चना करने से भी शनि प्रसन्न होते हैं और उनका प्रकोप शांत हो जाता है। इसलिए शनि के कष्ट कम करने के लिए शनिवार के दिन हनुमानजी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। संभव हो तो हनुमानचालीसा का पाठ सात बार करें. सुंदरकांड का पाठ भी फलदायी होता है।
शनिवार के दिन एक छोटा सा उपाय शनि दोष दूर करने के लिए बहुत कारगर साबित होता है।
शनिवार को काले रंग का चमड़े का जूता या चप्पल मंदिर में छोड़ आएं. यह काम किसी को बताए बगैर करें। जूता—चप्पल छोड़ने के बाद पीछे पलट कर न देखें। शनि की दशा, साढ़ेसाती या फिर ढैय्या आदि से गुजर रहे लोगों को इस उपाय के बाद राहत जरूर मिलेगी।
शनिवार को काले रंग का चमड़े का जूता या चप्पल मंदिर में छोड़ आएं. यह काम किसी को बताए बगैर करें। जूता—चप्पल छोड़ने के बाद पीछे पलट कर न देखें। शनि की दशा, साढ़ेसाती या फिर ढैय्या आदि से गुजर रहे लोगों को इस उपाय के बाद राहत जरूर मिलेगी।