यहां सिर्फ वाहन के कागजों का फोल्डर भिजवाओ और आठ हजार रुपए दो तो किसी भी वाहन का फिटनेस मिल जाता है। पत्रिका ने एक महीने तक पड़ताल की और ऐसे 20 वाहनों के फर्जी फिटनेस जुटाए।
निजी फिटनेस सेंटर का उद्देश्य था कि वाहनों की जांच मैनुअल नहीं होकर मशीनों से हो। नियमों के तहत वाहन सेंटर में आकर पहले फिजिकली चैक होते हैं। अगर वाहन कंडम है या कमी है तो लौटा दिया जाता है। यदि सही है तो रसीद कटती है।
फिर वाहन को मशीन में खड़ा कर ब्रेक, बॉडी, स्पीड, लाइट सहित अन्य बारीकियां ऑटोमैटिक जांची जाती है। कम्प्यूटर वाहन को फेल या पास करता है। फिर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी होता है। फिटनेस सेंटर दूर
परिवहन विभाग ने छह माह पहले सरकारी कार्यालयों से फिटनेस बंद कर दी। निजी सेंटरों को अधिकार दे दिए। जयपुर शहर में फिटनेस सेंटर नहीं हैं। दूदू और शाहपुरा में सेंटर बनाया है। लोग इतनी दूर वाहन भेजना या ले जाना नहीं चाहते।
परिवहन विभाग ने छह माह पहले सरकारी कार्यालयों से फिटनेस बंद कर दी। निजी सेंटरों को अधिकार दे दिए। जयपुर शहर में फिटनेस सेंटर नहीं हैं। दूदू और शाहपुरा में सेंटर बनाया है। लोग इतनी दूर वाहन भेजना या ले जाना नहीं चाहते।
ये महज उदाहरण हैं लिस्ट लंबी है केस 1
बस दूदू में, फिटनेस शाहपुरा में
बस संख्या आरजे 14 एफए 0558 नंबर की फिटनेस शाहपुरा से की गई है। बस दूदू में खड़ी थी, उसके कागज भिजवा दिए गए। 20 अगस्त को बस की फिटनेस जारी कर दी गई। मोबाइल पर ही सर्टिफिकेट भेज दिया गया।
बस दूदू में, फिटनेस शाहपुरा में
बस संख्या आरजे 14 एफए 0558 नंबर की फिटनेस शाहपुरा से की गई है। बस दूदू में खड़ी थी, उसके कागज भिजवा दिए गए। 20 अगस्त को बस की फिटनेस जारी कर दी गई। मोबाइल पर ही सर्टिफिकेट भेज दिया गया।
केस 2
कागज भेजे और फिटनेस जारी
आरजे 14 जीए 8402 नंबर की गाड़ी जयपुर में नहीं थी। कागजों का फोल्डर एजेंट के जरिए भेज दिया गया। बिना जांच किए ही 13 अगस्त को फिटनेस जारी कर दी गई।
कागज भेजे और फिटनेस जारी
आरजे 14 जीए 8402 नंबर की गाड़ी जयपुर में नहीं थी। कागजों का फोल्डर एजेंट के जरिए भेज दिया गया। बिना जांच किए ही 13 अगस्त को फिटनेस जारी कर दी गई।
7500 से कम नहीं लेंगे: दलाल
पत्रिका : फिटनेस करानी है?
दलाल : गाड़ी कहां की है, नंबर बताओ, कागज भिजवा देना
पत्रिका : आपके पास भिजवा देते हैं, कहां मिलोगे?
दलाल : फिटनेस खत्म तो नहीं?
पत्रिका : कल खत्म हो रही है।
दलाल : साढ़े सात हजार रुपए लेंगे।
पत्रिका: ये तो बहुत ज्यादा हैं?
दलाल : और कहीं करा लो।
पत्रिका : फिटनेस करानी है?
दलाल : गाड़ी कहां की है, नंबर बताओ, कागज भिजवा देना
पत्रिका : आपके पास भिजवा देते हैं, कहां मिलोगे?
दलाल : फिटनेस खत्म तो नहीं?
पत्रिका : कल खत्म हो रही है।
दलाल : साढ़े सात हजार रुपए लेंगे।
पत्रिका: ये तो बहुत ज्यादा हैं?
दलाल : और कहीं करा लो।
लगा रहे लगाम
हमारे पास भी शिकायतें आ रही हैं। मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सेंटरों पर सख्ती की जा रही है। ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
रवि जैन, आयुक्त परिवहन विभाग
हमारे पास भी शिकायतें आ रही हैं। मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सेंटरों पर सख्ती की जा रही है। ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
रवि जैन, आयुक्त परिवहन विभाग