हालांकि विवाह की रस्में शुरू होने के साथ ही मैरिज गार्डन को लाइट व शामियानों से सजाया गया था, लेकिन समारोह में तस्करों से मिलीभगत के चलते कार्रवाई का असर नजर आया। घरवालों के बीच मेहमान कम नजर आए। दुल्हन बनीं बर्खास्त थानेदार समारोह में तो मौजूद रहीं। मेहंदी भी लगवाईं, लेकिन काफी देर तक सबके बीच गार्डन में नहीं आईं। दोनों एक अन्य पाण्डाल में मौजूद रहे। वहीं, पर मेहंदी लगाने की रस्म हुर्ईं। पाण्डाल के बाहर कुछ युवकों को खड़ा किया गया। जो किसी को भी अंदर नहीं जाने दे रहे थे। देर रात दुल्हन बनीं सीमा जाखड़ ने पारिवारिक सदस्यों के साथ मारवाड़ी व परम्परागत वैवाहिक गीतों पर डांस भी किया।