पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जन्माष्टमी पर इन तीनोंं मंदिरों में लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है और भीड़ का फायदा उठाकर बदमाश सक्रिय हो जाते हैं। भीड़ में बदमाश जेब काटने, चेन स्नैचिंग, चोरी, मोबाइल स्नैचिंग, बाइक चोरी, पर्स चोरी, छेड़छाड़ व अन्य वारदात को अंजाम देते हैं। इन बदमाशों की धरपकड़ के लिए फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी।
सभी मंदिरों के सीसीटीवी कैमरे जुड़ेंगे
कमिश्नर जोसफ ने बताया कि तीनों मंदिरों से जुड़े सीसीटीवी कैमरों के साथ फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है। इसमें प्रदेश व अन्य राज्यों के सभी अपराधियों के डेटा व फोटो सहित पूरी कुंडली फीड है। जब भी ये अपराधी मंदिर व उसके आस-पास के क्षेत्र में पहुंचेंगे तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से सॉफ्टवेयर तुरंत अलर्ट जारी करेगा। तीनों मंदिरों के परिसर व आस-पास के क्षेत्र में पांच-पांच पुलिस टीमें सादा वर्दी में रहेंगी, जो सूचना मिलते ही आरोपी की धरपकड़ करेंगी।