Kumbhalgarh Fort : विश्व की सबसे लंबी दीवार द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के बारे में तो आप सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि भारत के राजस्थान में चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार बनाई गई है। जी हां, आपने सही सुना। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
•Feb 13, 2024 / 04:18 pm•
Supriya Rani
Kumbhalgarh Fort : विश्व की सबसे लंबी दीवार द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के बारे में तो आप सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि भारत के राजस्थान में चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार बनाई गई है जिसे "द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया" कहा जाता है। जी हां, आपने सही सुना। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
वैसे तो मेवाड़ का कुंभलगढ़ किला किसी भी परिचय का मोहताज नहीं। अरावली की सुरम्य पहाड़ियों में सबसे उतंग शिखा पर अवस्थित दूर-दूर तक अपने गौरवमयी इतिहास की सुगंध फैला रहा कुंभलगढ़ दुर्ग पहले से ही विश्व पर्यटन में अपनी छाप कायम किए हुए है।
कुंभलगढ़ का किला समुद्र की सतह से 1,914 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसे "द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया" कहा जाता है।
राजस्थान का "कुंभलगढ़ किला" द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को टक्कर देता हुआ दुनिया का दूसरा सबसे लंबा दीवार बन चुका है।
इसकी 10.8 किमी दुर्लभ ऐतिहासिक दीवार पर्यटकों के दिल-दिमाग पर गहरी छाप छोड़ देती है। बाहर से आने वाले पर्यटक इस दुर्ग की भव्य एवं विशाल रूप देख अभिभूत हो जाते हैं।
वहीं दुर्ग परिसर में जीर्ण-शिर्ण लगभग 350 जैन मन्दिरों सहित कई ऐतिहासिक स्मारक अपनी भव्यता एवं इतिहास को समेटे हुए हैं।
वहीं पिछले पांच वर्षों से दुर्ग की ऐतिहासिक दीवार पर "हेरिटेज वाक फॉर कुंभलगढ़" का आयोजन भी सफलतापूर्वक किया जा रहा है जिससे यहां का पर्यटन कई गुना बढ़ गया है।
इस दीवार का निर्माण किले की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया था। इसकी लंबाई 36 किलोमीटर है। लगभग 80 किलोमीटर तक फैले इस किले का निर्माण महाराणा कुम्भा ने सन् 1443 से 1458 ई. के बीच करवाया था। किले को बनने में करीब 15 साल का समय लगा है।
दुर्ग के उपरी भाग में स्थित बादल महलों तक पहुंचे के लिए भैरव पोल, निम्बो पोल एवं पागडा पोल होकर जाना पड़ता है।
दुर्ग में प्रमुख हिन्दु एवं जैन स्मारकों में बेदी मन्दिर, निलकंठ महादेव मन्दिर, चारभुजा मन्दिर, गणेश मन्दिर, महादेव मन्दिर, बावन देवरी, पीतलिया शाह मन्दिर, पाश्र्वनाथ मन्दिर, गोलेराव मन्दिर समूह सहित कुछ लघु मन्दिर उल्लेखनीय हैं।
अन्य महत्वपूर्ण स्मारकों में छतरिया, महाराणा प्रताप की जन्म स्थली, कुंभा महल के भग्रावेश, बादल महल, बावडिया एवं जल संग्रहण हेतु बांध प्रमुख है।
दीवार की चौड़ाई अलग-अलग स्थानों पर 15 से 25 फीट है।
दीवार के लिए संत ने दी थी बलि
प्राचीन काल में दीवार के निर्माण में जब अड़चने आने लगी तो एक संत ने स्वेच्छा से अपनी बलि दे दी थी ताकि निर्माण के दौरान आ रही सभी अड़चने खत्म हो जाएं। उनकी स्म़ति में यहां दो मुख्य द्वार भी बनाए गए हैं। आप भी यहां अपने परिवार वालों के साथ घूमने जाएं और यहां की सुंदरता व अद्भूत इतिहास का लुत्फ उठाना न भूलें।
Hindi News / Photo Gallery / Jaipur / चीन के बाद राजस्थान में है दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार, निर्माण से जुड़ी है रहस्यमय कहानी