सीएमएचओ को फटकार
मुख्यमंत्री गहलोत ने मात्र 3 से 4 हजार प्रतिदिन हो रही सैम्पलिंग को लेकर नाराजगी जताई और सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा की फटकार भी लगाई। गहलोत ने कहा कि सैम्पलिंग की संख्या कौन तय करता है? दिल्ली में क्या हालात बने, आपने देखे। जयपुर प्रदेश की राजधानी है, इसे हल्के में मत लेना…क्या आपको 10 हजार सैंपल प्रतिदिन नहीं लेने चाहिए?
मंत्रियों में वाकयुद्ध, सीएम बोले- लाइव है
करीब ढाई घंटे चले ओपन मंथन के बीच परसादी लाल मीणा, खाचरियावास एवं जलदाय मंत्री महेश जोशी के बीच वाकयुद्ध भी चला। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ये ओपन वीसी है…आपको 1 लाख 90 हजार 84 लोग सुन रहे हैं। आप लोगों की भावना लोगों तक पहुंच गई है। अब फैसला राज्य सरकार करेगी।
प्रताप सिंह खाचरियावास: शादियों में लोगों की संख्या पर पाबंदी सही नहीं है, इससे गरीब मारे जाएंगे। लाइट उठाने वाले, बैंड-बाजे वाले। बहुत गरीबी है।
अशोक गहलोत : इनकी पैरवी आप अलग से करो। भले ही घर बैठे पैसे देने की बात करो। बचाव जरूरी है, उससे समझौता मत करो।
खाचरियावास: आप फिर धार्मिक स्थल बंद कर दो, कोई बुरा नहीं मानेगा। शादी ब्याह पर पाबंदी मत लगाना।
महेश जोशी: एक तरफ तो नया साल मनाने के लिए छूट दे रहे हैं और दूसरी ओर धार्मिक स्थल बंद कर दें।
अशोक गहलोत: धार्मिक स्थल बंद करने और नए वर्ष के सेलिब्रेशन में कोई लिंक नहीं है, देखो।
परसादी लाल: 31 दिसंबर की रात की पार्टी के लिए दी गई छूट का जनता के बीच मैसेज सही नहीं गया।
खाचरियावास: छूट देना सही रहा। अगर छूट नहीं देते तो टकराव की स्थिति बनती।
महेश जोशी: हम रोक लगाने की नहीं, बल्कि रोक खोलने की बात कर रहे हैं।
खाचरियावास: मैं मंदिरों की बात नहीं कर रहा।
अशोक गहलोत: आपको 1 लाख 90 हजार 84 लोग सुन रहे हैं। आप लोगों की भावना लोगों तक पहुंच गई है। अब फैसला राज्य सरकार करेगी।