उच्चस्तरीय बैठक में लिया निर्णय गहलोत ( Rajasthan Government ) ने देर रात्रि मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा बैठक के दौरान यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा संयुक्त राष्ट्र द्वारा कोरोना संक्रमण को महामारी घोषित करने तथा केन्द्र सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के क्रम में ऐहतियात के तौर पर संक्रमण से बचाव के लिए यह निर्णय लिया गया है।
लोगों से अपील… मुख्यमंत्री नेे आमजन को कोरोना के विषय में भयभीत नहीं होने की सलाह दी है और लोगों से अपील की है कि वे भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें तथा आवश्यकता होने पर ही सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें।
सीमित संख्या में मेहमानों को बुलाने की अपील गहलोत ने कहा कि स्कूल और कॉलेजों में चल रही बोर्ड परीक्षाओं पर कोई रोक नहीं होगी। साथ ही, मेडिकल तथा नर्सिंग कॉलेज में कार्य संचालन सामान्य रूप से जारी रहेगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से शादी समारोहों को छोटा रखने तथा सीमित संख्या में मेहमानों को बुलाने की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे नियमित रूप से एडवाइजरी आदि जारी कर आमजन को जागरूक करें।
3 लाख लोगों की कोरोना के संक्रमण की स्क्रीनिंग अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए 370 लोगों की जांच की गई है, जिसमें से केवल 3 ही मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। पीड़ित मरीजों का इलाज सही दिशा में चल रहा है। बैठक में यह भी बताया गया कि राज्य में कुल 3 लाख लोगों की कोरोना के संक्रमण की स्क्रीनिंग की गई है।
ये रहे बैठक में मौजूद
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह, सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, सचिव स्कूल शिक्षा मंजू राजपाल, राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार तथा एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. सुधीर भण्डारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह, सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, सचिव स्कूल शिक्षा मंजू राजपाल, राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार तथा एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. सुधीर भण्डारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।