हम बात कर रहे हैं हरियाणा की ‘रोहतक विधानसभा सीट’ की। यहां चुनाव प्रबंधन की कमान सतीश पूनिया संभाल रहे थे। इस दौरान उन्होंने सभाएं, जनसंपर्क अभियान और चुनावी रैलियां कीं। सतीश पूनिया का खास फोकस इस सीट पर था क्योंकि 2019 में यहां बीजेपी उम्मीदवार महज 3 हजार वोटों से पीछे रह गया था। इसलिए इस बार जीत की उम्मीद के साथ पूरी ताकत लगाई गई थी।
रोहतक विधानसभा सीट पर किसकी हुई जीत?
इस बार भी कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक कुल 15 में से 14वें राउंड तक कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण बत्रा महज 2 वोट से आगे थे। 15वें राउंड के बाद यह अंतर बढ़कर 1341 हो गया और इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी की यह तीसरी जीत है। भाजपा प्रत्याशी मनीष कुमार ग्रोवर की यह लगातार दूसरी हार है। इससे पहले 2014 में मनीष ग्रोवर ने यहां से जीत दर्ज की थी। अब तक दोनों प्रत्याशी कुल 4 बार आमने-सामने हुए हैं। इनमें से 3 बार कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है।
पूनिया ने एक सप्ताह पहले किया था ये दावा
राजस्थान के वरिष्ठ नेता व हरियाणा के भाजपा प्रभारी रहे सतीश पूनिया ने एक सप्ताह पहले ‘पत्रिका’ से विशेष बातचीत में जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था- कांग्रेस में भूपेन्द्र हुड्डा, शैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला को लेकर अंतर्कलह है। हमारे लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर जो बयान दिए, उसमें अच्छाई दिखती है। बयान देने वाले अनुभवी और परिपक्व लोग हैं। उनके बयानों से सकारात्मकता है और पता चलता है कि बीजेपी की सरकार आ रही है।