मिली जानकारी के मुताबिक बेंगलूरु शहरी और ग्रामीण जिले में 54 स्क्रीनों पर बुधवार 6 बजे के बाद फिल्म का प्रदर्शन होगा। जिन छविगृहों में बुधवार को फिल्म का प्रदर्शन होगा उनमें से 4 एकल पर्दे के परंपरागत सिनेमाघर हैं, इस फिल्म के दो-दो शो होंगे। बाकी 8 मल्टीपलेक्स हैं जिनमें 4 से 10 शो तक होंगे।
नगर पुलिस आयुक्त ने टी सुनील कुमार ने कहा कि फिल्म का प्रदर्शन करने वाले छविगृहों और मल्टीप्लेक्सों ने अगर सुरक्षा की मांग की तो उन्हें पुलिस सुरक्षा उपलबध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बेंगलूरु में इस फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ अभी तक किसी तरह के प्रदर्शन या विरोध का आह्वान नहीं किया गया है। फिर भी हम हालात पर नजर रखेंगे। सभी थानों को अपने-अपने क्षेत्र में जरुरत पडऩे पर छविगृहों और मल्टीप्लेक्सों को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है।
गौरतलब है कि दिसम्बर में इस फिल्म के खिलाफ बेंगलूरु और मैसूरु में भी करणी सेना और राजपूत समाज के संगठनों ने प्रदर्शन किया था और राज्य में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। यह मसला बेलगावी में हुए विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान भी उठा था। विधान परिषद में भाजपा के लहर सिंह सिरोया ने राज्य में फिल्म पर रोक लगाने की मांग की थी लेकिन राज्य सरकार की ओर से जबाव देते हुए गृह मंत्री आर रामलिंगा रेड्डी ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा था कि किसी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार राज्य सरकार को नहीं है, यह काम फिल्म प्रमाणन बोर्ड का है। रेड्डी ने राज्य में फिल्म के प्रदर्शन के लिए पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की बात भी कही थी।
पिछले साल फिल्म की मुख्य नायिक दीपिका पादुकोण को विभिन्न संगठनों की ओर से मिली धमकी के बाद शहर के मल्लेश्वरम स्थित उनके घर पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। हालांकि, दीपिका उसके के बाद से शहर नहीं आई हैं। शहर की रहने वाली दीपिका अब अधिकांश समय मुंबई में ही रहती हैं।