मौसम बदलने पर अकसर जुकाम लग जाता है और कफ जम जाता है। कफ दूर करने में नमक फायदेमंद रहता है। काली मिर्च, सेंधा नमक, सोंठ और गुड़ को थोड़े पानी में डालकर उबालें। पानी आधा रहने पर ठंडा कर पीएं। जमा कफ निकल जाता है और बंद नाक खुल जाती है।
आंखों में दर्द, सूजन या कंजक्टिवाइटिस होने पर भी नमक का इस्तेमाल फायदेमंद रहता है। आप गुनगुने पानी में थोड़ा नमक मिलाकर धोने से आंखों की सूजन व दर्द कम होता है और साथ ही थोड़े पानी में धनिया, पुदीना उबालकर नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ये नुस्खे आंखों को राहत पहुंचाएंगे।
आपके दांत पीले हैं या इनमें किसी तरह की दिक्कत है तो नमक का इस्तेमाल कर आप अपने दांतों को चमका भी सकते हैं और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। नमक से दातों में बैक्टीरिया और प्लाक से मुक्ति मिलती है। नियमित रूप से इसका प्रयोग करने से दांत में मसूड़ों के दर्द से छुटकारा मिलता है और बदबू भी नहीं आती है।
चेहरे पर मुंहासे के दाग धब्बे हैं तो सॉल्ट स्क्रब करने से लाभ होगा। नमक में कुछ बूंद नींबू मिलाकर इससे चेहरा साफ करें। इससे यह मृत त्वचा और ब्लैकहेड आसानी से साफ कर देगा। नमक में कोई भी तेल जैसे लेवेंडर, पिपरमेंट या रोजमेरी आदि को मिलाकर भी प्रयोग कर सकते हैं।
शरीर का दर्द, खुजली और थकान को दूर करने के लिए भी नमक का इस्तेमाल प्रभावी और कारगर होता है। यदि आपके पैरों में दर्द है तो एक टब में गर्म पानी में नमक डालकर अपने पैरों को थोड़ी देर के लिए भिगोएं और सिकाई करें। इससे पैरों को आराम मिलेगा और आपका दर्द दूर हो जाएगा।
सर्दी, तेज बोलने, जुकाम या गले के संक्रमण आदि के कारण हुए गले की खराश में नमक बहुत फायदेमंद होता है। नमक में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जिससे यह गले में हुए बैक्टीरिया को खत्म कर देता है। नमक को पानी के साथ उबालकर गरारे करने से गले में खराश और सूजन में आराम मिलता है।
चांदी के बर्तन के आभूषण काले पड़ जाते हैं, नमक इन बर्तनों को चमकाने का गुण भी रखता है। दरअसल नमक चांदी के साथ मिलकर रासायनिक प्रतिक्रिया करता है जिससे यह प्राकृतिक घर्षण की तरह कार्य कर चांदी को चमकाने में सक्षम होता है। घर के चांदी के आभूषणों को इससे चमका सकते हैं।