सक्षम जयपुर अभियान के तहत दिव्यांगजनों को चिन्हीकरण, स्वावलंबन पोर्टल पर प्रमाण पत्र बनाने, यूडीआईडी कार्ड बनाने, सुखद दाम्पत्य जीवन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, पालनहार योजना, पेंशन योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, जैसी सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने तथा अंग, उपकरण वितरण करने के लिए चिकित्सकों द्वारा जांच कार्य किए जाएंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक बीपी चंदेल ने बताया कि सक्षम जयपुर अभियान के तहत शिविरों का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में पंचायत समिति स्तर पर शिविरों का आवेदन किया जाएगा, उसके पश्चात नगर निगम स्तर पर भी सक्षम जयपुर अभियान शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह अभियान जिले में दिव्यांगजनों को सकारात्मक और बाधामुक्त परिवेश प्रदान करने एवं अन्य नागरिकों की तरह जीविका उपार्जन कर आत्मनिर्भर बनाने एवं सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में कारगर साबित होगा।
उपनिदेशक सामाजिक विभाग कृष्णकांत सांखला ने बताया कि 25 नवंबर को बस्सी, 27 नवंबर को जमवारामगढ़/आंधी, 28 नवंबर को कोटखावदा, 29 नवंबर को आमेर/जालसू, 3 दिसंबर को सिरसी, 4 दिसंबर को माधोराजपुरा, 10 दिसंबर को जोबनेर, 12 दिसंबर को सांभरलेक, 16 दिसंबर को किशनगढ़-रेनवाल, 17 दिसंबर को दूदू, 20 दिसंबर को मोजमाबाद, 24 दिसंबर को फागी, 26 दिसंबर को शाहपूरा, 27 दिसंबर को गोविंदगढ़, 30 दिसंबर को तुंगा, 2 जनवरी 2025 को चाकसू और 7 जनवरी 2025 को सांगानेर पंचायत समिति परिसर में सुबह 10 बजे से शाम 7 तक सक्षम जयपुर अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन शिवरों में जिन दिव्यांगजनों ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, उनका पंजीकरण करवाया जाएगा एवं जिनका पंजीकरण हो गया है उनका आकलन किया जाएगा एवं जिनका आकलन हो चुका है उनका मेडिकल बोर्ड द्वारा परीक्षण कर दिव्यांगता योग्यता प्रमाण पत्र बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिन दिव्यांगजनों का यूडीआईडी कार्ड/दिव्यांगजन प्रमाण पत्र बन गया है, उन दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कार्मिक शिविर में मौजूद रहेंगे। साथ ही, शिविर में ही रोडवेज अधिकारियों द्वारा रोडवेज पास बनवाने की कार्रवाई भी की जाएगी।
संयुक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग बीपी चंदेल ने बताया कि पूर्व में केवल 7 श्रेणियां में ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाए जाते थे, अब इन्हें बढ़ाकर 21 श्रेणियां में कर दिया गया है। इन 21 श्रेणियां में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। नई जोड़ी गई प्रमुख श्रेणियां में बौनापन, सिलिकलसेल से ग्रसित, हीमोफीलिया रोगी इत्यादि हैं।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में सक्षम जयपुर अभियान के सफल आयोजन के बाद जयपुर शहर में भी शिविरों का आयोजन किया जाएगा।