पायलट ने शनिवार को ट्वीट कर असम और बिहार में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए देशवासियों से अपील की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘असम और बिहार में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों और उनके परिजनों के लिए मैं प्रार्थना करता हूं। अकेले असम में 68 से अधिक लोगों की जान गई और लाखों लोग प्रभावित हुए। सभी भारतीयों से अपील करता हूं कि वे एक साथ आएं। बाढ़ की स्थितियों में प्रभावित लोगों की सहायता के प्रयासों में शामिल हों।’
पायलट का ये ट्वीट ऐसे वक्त पर आया है जब वे गहलोत सरकार से खुलकर बगावत बरकरार रखे हुए हैं। ना तो अभी तक उन्होंने किसी नए राजनीतिक दल का गठन किया है और ना ही भाजपा जाने की राह पकड़ी है। हालांकि पायलट का प्रमुख विरोधी दल में शामिल नहीं होने की घोषणा के बाद भी भाजपा से उनके संपर्क में होने के लगातार संकेत मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि पायलट को बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीँ उनके समर्थन में आये दो अन्य विधायकों को भी मंत्री पद से हटा दिया गया है।
दरअसल, बगावत करने के बाद से ही पायलट खेमा गुरुग्राम के मानेसर स्थित एक होटल में कैम्प किये हुए थे। लेकिन राजस्थान पुलिस की एसओजी के वहां पहुँचने से पहले ही उन्हें एक अन्य होटल में शिफ्ट करने की खबरें सामने आई।
सूत्रों के हवाले से सचिन पायलट कैम्प की लगातार अलग-अलग खबरें आ रही हैं। पायलट कैम्प के विधायक हरियाणा में ही हैं या उन्हें दिल्ली शिफ्ट किया गया है इस बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है। इस बीच पायलट और उनके समर्थित विधायकों को किसी अन्य राज्य में शिफ्ट किये जाने के भी संकेत मिले हैं। पायलट के पास 18 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो उनके साथ हैं।