गौरतलब है कि सचिन पायलट अपनी 125 किलोमीटर लंबी यात्रा को 5 दिन में पूरा करेंगे। इस पदयात्रा की टैगलाइन ‘भ्रष्टाचार के विरुद्ध और नौजवानों के समर्थन में जन संघर्ष यात्रा” है। वे आरपीएससी परीक्षाओं में गड़बड़ियों का विरोध करने के साथ ही पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में हुए घोटालों की जांच की मांग अपनी ही कांग्रेस पार्टी की गहलोत सरकार से कर रहे हैं।
…इधर हरकत में आया आलाकमान, दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग
राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जैसे दो सीनियर नेताओं के बीच अदावत एक बार खुलकर सामने आई हुई है। दोनों नेताओं और उनके गुटों के बीच गतिरोध ख़त्म करना आलाकमान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। इस बीच राजस्थान के मुद्दे पर आज दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है।
मीटिंग में राजस्थान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और तीनों सह प्रभारी मौजूद रहेंगे। बैठक में राजस्थान के ताजा हालात पर मंथन होगा। वहीं सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आला कमान सचिन पायलट के मुद्दे पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद कोई बड़ा फैसला ले सकता है।
यात्रा का दूसरा दिन
जन संघर्ष यात्रा के आज दूसरे दिन का एक पड़ाव बिड़ला स्कूल के पास होगा जबकि गैजी मोड़ पड़ासोली में यात्रा का रात्रि विश्राम होगा। यात्रा के दौरान सचिन पायलट जगह-जगह सभा को भी संबोधित कर रहे हैं। पायलट का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार को सच बताना चाहिए। राजस्थान सरकार एजेंसियों का इस्तेमाल करे, सरकार की विश्वसनीयता के लिए जांच जरूरी है।
‘भ्रष्टाचार के तार कहां तक जुड़े हैं, इसकी गहराई से हो तफ्तीश
टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में लगातार हुए पेपर लीक कांड ने युवाओं और उनके परिजन के सपने तोड़े हैं। आरपीएससी जैसी प्रतिष्ठित संस्था का सदस्य पकड़ा गया, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। भ्रष्टाचार के तार कहां तक जुड़े हैं, इसकी गहराई तक तफ्तीश जरूरी है। उन्होंने यह बात रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि अजमेर में आरपीएससी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं। पेपर लीक कांड का जुड़ाव अजमेर से होना दुखद है। इसीलिए मैंने जन संघर्ष यात्रा निकाली है। कई पेपर लीक हुए, परीक्षाएं रद्द हुई पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई। किसी नेता अथवा अधिकारी का पेपर लीक कांड मं लिप्त नहीं होने की बात कहना गलत है। हमने पूर्व में वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर जमीन पर संघर्ष किया। कांग्रेस सरकार बनने के बावजूद ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पायलट ने कहा कि मेरा राजनीतिक जीवन जनता से जुड़ा है। युवाओं, बालिकाओं-महिलाओं, बुजुर्गों के लिए मैंने हमेशा संघर्ष किया। लोगों को मुझसे उम्मीद हैं। जनसंघर्ष यात्रा भी किसी के खिलाफ नहीं है। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान है।
सीआरपीएफ से मिली सुरक्षा
पायलट को वाई कैटेगरी सुरक्षा के चलते सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई गई। दिल्ली के वीआईपी सिक्योरिटी विंग के आईजी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, आरपीएफ के महानिदेशक सहित अन्य को पत्र भेजा। पायलट की 15 मई तक जयपुर तक की यात्रा के दौरान सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे।