वहीं, उन्होंने इस इंटरव्यू के दौरान कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में एलजी के माध्यम से डबल इंजन सरकार चलाई, लेकिन चुनाव में अपने कामकाज गिनाने की बजाय पाकिस्तान के भरोसे हो गए। वहीं हरियाणा में कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा को लेकर मचे घमासान पर सचिन पायलट ने कहा कि गुटबाजी कोई मुद्दा नहीं है। जनता भाजपा के दस साल के कुशासन से निजात चाहती है।
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सवाल: राजस्थान की बीजेपी सरकार के काम काज को किस तरह से देखते हैं?
जवाब: कामकाज, कौन सा काम! यही नहीं पता कि कौन सरकार में मंत्री हैं, कौन नहीं है। संगठन कुछ बात बोलता है और सरकार खंडन करती है। इतने सारे सत्ता के केंद्र बन गए हैं। रोज खींचतान की नई खबरें आती हैं। इसका नुकसान जनता को हो रहा है। लॉ एंड ऑर्डर चरमरा गया है। इतनी जल्दी जनता का विश्वास खो देना, मैंने पहली बार देखा है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। दिल्ली से जो आदेश हो गया, उसकी पालना करना है। नौकरशाहों के माध्यम से सरकारों को दिल्ली चला रही है।सवाल: राजस्थान में विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, क्या इससे सरकार को कामकाज की कसौटी पर कसा जाएगा?
जवाब: हर चुनाव सरकार की विश्वसनीयता का मापदंड ही होता है। इस बार जहां भी उपचुनाव होंगे, वहां हम जीतेंगे। दस महीनों में लोग सरकार से निराश हो चुके हैं।सवाल: अब हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में प्रचार कर रहे हैं, कैसा माहौल दिख रहा है?
जवाब: बीजेपी सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का शिगूफा छोड़ा है। हालात ऐसे हैं कि हरियाणा, जम्मू-कश्मीर के साथ महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव नहीं करवा सके। यह मुद्दा सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए लाया गया है। दोनों राज्यों में प्रचार अच्छा है और बीजेपी का चुनाव प्रचार उठ नहीं पा रहा है। कश्मीर में भाजपा ने अपने उम्मीदवार इंडिया गठबंधन के वोट में बिखराव के लिए खड़े किए हैं। यह भी पढ़ें