विधायक ही टिकट बांटे तो हम क्या करेंंगे— कांग्रेस पार्टी की ओर से पंचायत समितियों और जिला परिषद चुनाव के लिए वैसे तो पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी लेकिन इससे पहले ही उम्मीदवारों के चयन को लेकर विधायकों और अन्य नेताओं में यह विवाद परेशानी कर रहा है। विधायक अपने क्षेत्र में पंचायत समिति और जिला परिषद के सभी वार्डो में टिकट बांटने में सर्वेसर्वा बनना चाहते है। वहीं दूसरे नेताओं का यह तर्क हैं कि विधायक तो सिर्फ अपने समर्थकों को ही टिकट बांटेंगे ऐसे में हम कहां जाएंगे। इनमें पीसीसी के पदाधिकारी और जिला कांग्रेस के नेता शामिल है। उनका कहना हैं कि सारे काम विधायक के ही कहने से होते है, यदि हमें टिकट वितरण में भागीदारी नहीं दी तो पार्टी की स्थिति खराब हो जाएगी।
पीसीसी अध्यक्ष से मिलकर जताएंगे विरोध— पार्टी नेता विधायकों के खिलाफ अपनी पीड़ा अब पीसीसी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सुनाएंगे। वे एक दो दिन में पीसीसी अध्यक्ष से मिलेंगे। इनमें जयपुर जिले के नेता शामिल है। इनमें अधिकतर नेता सचिन पायलट खेमे में माने जाते है। ऐसे में टिकट वितरण को लेकर इन्हें चिंता सता रही हैं कि इन्हें दरकिनार कर दिया जाएगा।
दो विधायक पायलट खेमे के — जयपुर जिले के विधायकों में लालचंद कटारिया और राजेन्द्र यादव मंत्री है। इनमें कटारिया झोटवाड़ा और यादव कोटपूतली से विधायक है। इनके अलावा इंद्राज गुर्जर विराटनगर, आलोक बेनीवाल शाहपुरा, गोपाल मीणा जमवारामगढ, बाबूलाल नागर दूदू, वेद प्रकाश सोंलकी चाकसू, लक्ष्मण मीणा बस्सी से विधायक है। इनमें गुर्जर और सोलंकी तो पायलट खेमे है। बाकी विधायक गहलोत समर्थक है। इनमें नागर, मीणा और बेनीवाल निर्दलीय विधायक है।
दो विधायक पायलट खेमे के — जयपुर जिले के विधायकों में लालचंद कटारिया और राजेन्द्र यादव मंत्री है। इनमें कटारिया झोटवाड़ा और यादव कोटपूतली से विधायक है। इनके अलावा इंद्राज गुर्जर विराटनगर, आलोक बेनीवाल शाहपुरा, गोपाल मीणा जमवारामगढ, बाबूलाल नागर दूदू, वेद प्रकाश सोंलकी चाकसू, लक्ष्मण मीणा बस्सी से विधायक है। इनमें गुर्जर और सोलंकी तो पायलट खेमे है। बाकी विधायक गहलोत समर्थक है। इनमें नागर, मीणा और बेनीवाल निर्दलीय विधायक है।
11 अगस्त को जारी होगी अधिसूचना— राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 6 जिलों भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही के जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव की अधिसूचना 11 अगस्त को जारी की जाएगी। चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे। इनमें 26 अगस्त, 29 अगस्त और 1 सितंबर को मतदान होगा, जबकि 4 सितंबर को संबंधित जिला मुख्यालयों पर मतगणना करवाई जाएगी।
16 तक नामांकन —
तीनों चरणों के चुनाव के लिए नामांकन 16 अगस्त तक 3 बजे तक पेश किए जा सकेंगे। 15 अगस्त को नामांकन पत्र नहीं लिए जाएंगे। नामांकन की जांच 17 अगस्त को की जाएगी। 18 अगस्त अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के तुरंत बाद चुनाव प्रतीकों का आवंटन एवं चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। इसके बाद 4 सितंबर को जिला मुख्यालयों पर प्र्रातः 9 बजे से मतगणना शुरू होकर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद जिला प्रमुख, प्रधान का चुनाव 6 सितंबर को जबकि उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को होगा।
तीनों चरणों के चुनाव के लिए नामांकन 16 अगस्त तक 3 बजे तक पेश किए जा सकेंगे। 15 अगस्त को नामांकन पत्र नहीं लिए जाएंगे। नामांकन की जांच 17 अगस्त को की जाएगी। 18 अगस्त अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के तुरंत बाद चुनाव प्रतीकों का आवंटन एवं चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। इसके बाद 4 सितंबर को जिला मुख्यालयों पर प्र्रातः 9 बजे से मतगणना शुरू होकर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद जिला प्रमुख, प्रधान का चुनाव 6 सितंबर को जबकि उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को होगा।
फैक्ट फाइल—
11 को अधिसूचना और नामांकन
छह जिलों में चुनाव
मतदाता 77 लाख 94 हजार 3 सौ
जिला परिषद सदस्य 200
पंचायत समिति सदस्य 1564
6 जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख
78 प्रधान, उप प्रधानों का चुनाव
11 को अधिसूचना और नामांकन
छह जिलों में चुनाव
मतदाता 77 लाख 94 हजार 3 सौ
जिला परिषद सदस्य 200
पंचायत समिति सदस्य 1564
6 जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख
78 प्रधान, उप प्रधानों का चुनाव