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जयपुर शहर में आरटीओ जगतपुरा ने स्थायी लाइसेंस की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया गया है। करीब सात दिन से ऑटोमैटेड की जगह अब मैनुअल ट्रायल शुरू कर दी गई है। लेकिन लाइसेंस शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आवेदकों से ऑटोमैटेड का ही शुल्क वसूला जा रहा है। लोगों से स्थायी लाइसेंस के लिए 1,050 रुपए लिए जा रहे हैं।
जयपुर शहर में आरटीओ जगतपुरा ने स्थायी लाइसेंस की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया गया है। करीब सात दिन से ऑटोमैटेड की जगह अब मैनुअल ट्रायल शुरू कर दी गई है। लेकिन लाइसेंस शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आवेदकों से ऑटोमैटेड का ही शुल्क वसूला जा रहा है। लोगों से स्थायी लाइसेंस के लिए 1,050 रुपए लिए जा रहे हैं।
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परिवहन विभाग ने बीते अगस्त से ही जगतपुरा में ऑटोमैटेड सिस्टम खत्म कर मैनुअल ट्रायल शुरू की है। सॉटवेयर खराब होने के कारण ट्रायल बंद पड़ी थी। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लोगों की परेशानी को देखते हुए परिवहन विभाग ने लाइसेंस प्रक्रिया को मैनुअल करने का निर्णय लिया, लेकिन शुल्क में बदलाव करना विभाग भूल गया।
परिवहन विभाग ने बीते अगस्त से ही जगतपुरा में ऑटोमैटेड सिस्टम खत्म कर मैनुअल ट्रायल शुरू की है। सॉटवेयर खराब होने के कारण ट्रायल बंद पड़ी थी। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लोगों की परेशानी को देखते हुए परिवहन विभाग ने लाइसेंस प्रक्रिया को मैनुअल करने का निर्णय लिया, लेकिन शुल्क में बदलाव करना विभाग भूल गया।
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जगतपुरा में स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय सॉटवेयर में ही 1,050 रुपए वसूले जा रहे हैं। विभाग की ओर से अगर सॉटवेयर में शुल्क का संशोधन किया जाए तो लोगों को राहत मिल सकती है। राजस्थान पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। इस संबंध में जयपुर शहर जनमोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र पटेल ने परिवहन विभाग को ज्ञापन भेजा था। अब आरटीओ ने भी इस शुल्क को गलत माना है।
जगतपुरा में स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय सॉटवेयर में ही 1,050 रुपए वसूले जा रहे हैं। विभाग की ओर से अगर सॉटवेयर में शुल्क का संशोधन किया जाए तो लोगों को राहत मिल सकती है। राजस्थान पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। इस संबंध में जयपुर शहर जनमोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र पटेल ने परिवहन विभाग को ज्ञापन भेजा था। अब आरटीओ ने भी इस शुल्क को गलत माना है।
यह भी पढ़ेंः गुलाबीनगर में सीजन की सबसे सर्द रात,रात में पारे का मिजाज नर्म, जानें कब से सर्दी पकड़ेगी रफ्तार शहर एक शुल्क दो परिवहन विभाग के ही विद्याधर नगर ऑफिस में मैनुअल ट्रायल के 800 रुपए लिए जा रहे हैं। ऐसे में मैनुअल ट्रायल के एक ही शहर में अलग.अलग शुल्क लिया जा रहा है। जगतपुरा में 250 रुपए अधिक की वसूली हो रही है। यहां रोज करीब 400 लाइसेंस बनाए जाते हैं। ऐसे में रोज एक लाख रुपए की अतिरिक्त वसूली की जा रही है।
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लोगों से लगातार शिकायत आ रही थी। ऑटोमेटेड ट्रायल का शुल्क लिया जा रहा है। इसके लिए विभाग को पत्र लिखा है। लोगों के हित में निर्णय होने की उमीद है। राजेन्द्र सिंह शेखावत, आरटीओ प्रथम
लोगों से लगातार शिकायत आ रही थी। ऑटोमेटेड ट्रायल का शुल्क लिया जा रहा है। इसके लिए विभाग को पत्र लिखा है। लोगों के हित में निर्णय होने की उमीद है। राजेन्द्र सिंह शेखावत, आरटीओ प्रथम