सितम्बर माह में निगम की ओर से हुए निरीक्षणों में इन प्रशिक्षण प्रदाताओं की ओर से संचालित केन्द्रों पर अनियमितता पाई गई थीं। निगम ने निरीक्षण के बाद इन केन्द्रों को नोटिस जारी किए थे। सूत्रों के अनुसार केन्द्रों की ओर से मिले जबावों के सत्यापन के दौरान विभिन्न केन्द्रों पर प्रशिक्षणार्थियों के 106 बैच ऐसे मिले हैं, जिनका उत्तर संतोषप्रद नहीं रहा। इन सभी बैचों के लिए प्रति प्रशिक्षणार्थी देय राशि में कटौती या वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान सौ से अधिक केन्द्रों पर निगम की टीमें गईं तो कई केन्द्र अपने पंजीकृत पते पर मिले ही नहीं। इसके अलावा प्लेसमेंट के आंकड़ों में भी भारी गड़बड़ी सामने आई थी। जिन प्रशिक्षार्णियों को प्लेसमेंट दिलाने का दावा इन केन्द्रों ने किया था, वह संबंधित संस्थान में नौकरी करते भी नहीं मिले थे। सरकार की ओर से कौशल प्रशिक्षण के विभिन्न रिहायशी और गैर रिहायशी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए प्रशिक्षण प्रदाताओं को 2.5 से 10 लाख रुपए तक की सहायता दी जाती है। सहायता राशि की अंतिम किस्त प्रशिक्षणार्थियों के 70 प्रतिशत प्लेसमेंट साबित करने पर मिलती है।