RSLDC Bribe Case : राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम (RSLDC) की के महाघूसकांड (Bribery Case) की फाइल फिर से खुल गई है। ऐसे में आईएएस टीना डाबी (Ias Tina Dabi) के आईएएस पति प्रदीप गावड़े और आईएएस नीरज के पवन (Ias Neeraj K Pawan) की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ सकती हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पिछले साल एक साथ जयपुर और जोधपुर में कार्रवाई हुए RSLDC मैनेजर राहुल कुमार गर्ग और कोर्डिनेटर अशेाक सांगवान को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। उस समय प्रदीप गवांडे आरएसएलडीसी के मुख्य प्रबंधक थे।
नीरज के पवन के नाम पर घूस
आरएसएलडीसी के गिरफ्तार हुए तत्कालीन जनरल मैनेजर रवि मीणा को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 6 फरवरी तक एसीबी को रिमांड पर सौंपा है। अनुसंधान अधिकारी एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि आरोपी रवि मीणा ने आरएसएलडीसी के तत्कालीन चेयरमैन नीरज के. पवन के नाम से बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से दस लाख रुपए और एक अन्य फर्म के मुकेश गुप्ता से सात लाख रुपए की घूस ली थी।
एसीबी पूछ रही बंटवारा कैसे
आरोपी मीणा से पूछताछ की जा रही है कि घूस की रकम का बंटवारा कैसे किया और रुपए किस-किस अधिकारी को दिए। गौरतलब है कि आरोपी रवि मीणा लेक्चरार है और डेपुटेशन पर आरएसएलडीसी में लगा था। लेकिन घूसकांड के बाद कोटा सरकारी कॉलेज में उसका तबादला हो गया था। एसीबी ने बुधवार को कोटा से जयपुर बुलाकर आरोपी रवि मीणा से पूछताछ की और फिर गिरफ्तार किया था।